जोधपुर. हवाई जहाज और रेल के माध्यम से नि:शुल्क तीर्थ स्थलों की यात्रा की चाहत रखने वाले प्रदेश के मूल निवासी वरिष्ठ नागरिकों को अब नवम्बर २०२२ तक इंतजार करना होगा। नि:शुल्क तीर्थ यात्रा योजना में 60 वर्ष या अधिक आयु को उनके जीवन काल में एक बार प्रदेश के बाहर देश में स्थित तीर्थ स्थानों में से अपने ही पसंदीदा किसी एक स्थान की यात्रा सुलभ कराने के लिए राजकीय सुविधा एवं सहायता प्रदान की जाती है। लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना के कारण योजना का क्रियान्वयन लगातार स्थगित हो रहा है। राज्य सरकार की ओर से नि:शुल्क यात्रा के लिए टेंडर आदि की प्रक्रिया हर साल अप्रेल से और वरिष्ठ नागरिकों से आवेदन की प्रक्रिया जुलाई से शुरू होती है। यही कारण है कि वरिष्ठ नागरिकों को अब अगले साल २०२२ में नवम्बर तक नि:शुल्क यात्रा के लिए इंतजार करना होगा।
एक नजर में वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना
-योजना का प्रारंभ वर्ष 2013 में एवं वर्ष 2016 से हवाई यात्रा भी सम्मिलित की गई।
-देवस्थान विभाग की ओर से यात्रा का आयोजन तथा निर्धारित यात्रा का व्यय वहन
-वर्ष 2021-22 में 9 हजार रेल से एवं एक हजार हवाई यात्रा से करने थे नि:शुल्क यात्रा
-रेल के माध्यम से जगन्नाथपुरी ,रामेश्वरम्, तिरूपति ,द्वारकापुरी, वैष्णोदेवी , इलाहाबाद – वाराणसी , दिल्ली – आगरा
-हवाई जहाज से पशुपतिनाथ मंदिर काठमांडू नेपाल
कोविड प्रभाव के कारण अब अगले वर्ष तक संभव
तीर्थ यात्रा योजना में सभी ६० साल से ज्यादा उम्र के लोग शामिल होने और संभावित कोविड प्रभाव के कारण वर्ष 202१ में आयोजित होने वाली वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना का क्रियान्वयन स्थगित हो चुका है। अब अगले साल २०२२ में बजट घोषणा के बाद पुन: जुलाई माह में आवेदन प्रक्रिया शुरू होकर नवम्बर तक योजना के क्रियान्वयन होने की उम्मीद है।
जतिन गांधी, सहायक आयुक्त, देवस्थान विभाग जोधपुर
Source: Jodhpur