बाड़मेर. प्रतियोगी परीक्षाओं में अभ्यर्थियों को आवाजाही के लिए निशुल्क सुविधा मिलने के कारण रोडवेज की बसें पिछले दो महीनों में तीन बड़ी परीक्षाओं के लिए लगातार दौड़ती रही। इस दौरान सितम्बर और अक्टूबर महीने में तीन बड़ी परीक्षाएं रीट, पटवारी और आरएएस परीक्षा संपन्न हुई। इनमें बाड़मेर डिपो की बसों ने 71 हजार 533 अभ्यर्थियों ने परीक्षा के लिए आवाजाही की। तीनों परीक्षाओं में सबसे अधिक रीट परीक्षा में स्थानीय डिपो की बसें सबसे ज्यादा दौड़ी।
पिछले महीने रीट परीक्षा 26 सितम्बर को हुई थी। सबसे ज्यादा परीक्षार्थी होने के कारण रोडवेज के साथ निजी बसों की व्यवस्थाएं भी की गई। इस परीक्षा में बाड़मेर डिपो से कुल 66 बसों से 35423 परीक्षार्थियों ने आवाजाही की। इस दौरान करीब 10 दिनों तक रोडवेज की बसों में अभ्यर्थियों को निशुल्क यात्रा करवाई गई।
इसलिए बढ़ गई अभ्यर्थियों की संख्या
बाड़मेर डिपो की बसें कई जिलों में अभ्यर्थियों को छोडऩे के लिए गई। इस दौरान वहां के डिपो ने अपनी जरूरत के अनुसार बसों को अन्य जिलों में भी भेज दिया। इसके कारण बाड़मेर आगार की बसों में यात्रा करने वालों की संख्या बढ़ती गई। जबकि रोडवेज गृह जिले से परीक्षा केंद्र तक अभ्यर्थियों को ले गई थी। लेकिन बसें कम होने तथा अभ्यर्थियों की संख्या अधिक होने के कारण बाहर से आने वाली अन्य डिपो की बसों को भी कई स्थानीय आगार प्रबंधन ने अभ्यर्थियों से भरकर दूसरे जिलों के लिए रवाना किया था। इसके कारण रोडवेज बसों में यात्रा करने वालों की संख्या बढ़ गई।
सितम्बर में अन्य परीक्षाओं में भी हुआ रोडवेज का सफर
बड़ी तीन परीक्षाओं के अलावा 12 सितम्बर को मेडिकल कॉलेज प्रवेश की नीट- परीक्षा के लिए बाड़मेर डिपों की बसों से 640 अभ्यर्थियों ने आवाजाही की। इसके अलावा कुल 17886 अभ्यर्थियों ने सितम्बर अक्टूबर में अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए स्थानीय डिपो से सफर किया है।
सामान्य यात्रियों के लिए परीक्षाएं पड़ी भारी
रोडवेज की यात्रा अभ्यर्थियों के लिए निशुल्क होने के कारण इनमें भारी भीड़ उमड़ी। इसके कारण सामान्य रूट पर चलाने के लिए रोडवेज के पास बसें ही नहीं रही। इस दौरान बड़ी तीन परीक्षाओं के चलते कई रूट पर बसें नहीं चल पाई, इसका खामियाजा सामान्य यात्रियों को भुगतना पड़ा। हालांकि इस दौरान कई यात्रियों ने बसों में भीड़ को देखते हुए यात्रों को टाल दिया या फिर अन्य विकल्प से गंतव्य तक पहुंचे। लेकिन कई सैकड़ों यात्री ऐसे भी थे जो मजबूरी में भीड़-भाड़ के बावजूद रोडवेज बसों में चढ़े और खड़े-खड़े सफर पूरा किया। परीक्षा के लिए बसें लग जाने से सामान्य यात्रियों के लिए यह दिन परेशानी के रहे।
डिपो की 66 बसें से करवाया सफर
बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए डिपो स्तर से कुल 66 बसों का संचालन किया गया। कुल 72 बसें आगार के पास है। जिनमें 6 स्लीपर श्रेणी की है। इसके अलावा जितनी भी बसें उपलब्ध रही, उनमें अभ्यर्थियों की आवाजाही के लिए लगाया गया था। आरएएस परीक्षा के लिए गई कई बसें शुक्रवार तक रास्ते में ही थी। ये बसें शनिवार को बाड़मेर लौटेंगी।
उमेश नागर, मुख्य प्रबंधक रोडवेज डिपो बाड़मेर
बाड़मेर डिपो : अभ्यर्थियों के सफर के आंकड़े
पटवारी व आरएएस-प्री परीक्षा : 36110
रीट परीक्षा : 35423
नीट टेस्ट : 640
अन्य प्रतियोगी परीक्षाएं:17886
(आंकड़े 1 सितम्बर से 28 अक्टूबर तक)
Source: Barmer News