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.बाड़मेर. धनाऊ क्षेत्र मीठीनाडी गांव की पहचान मालाणी पट्टू हस्तकला का संरक्षण देने की मांग भाजपा ओबीसी मोर्चा जिलाध्यक्ष डॉ बाबूदान चारण बींजासर ने की है।

उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत धनाऊ के राजस्व ग्राम मीठीनाडी में मोडाराम सुम्बरा की चार पीढियां पिछले सत्तर साल से हस्तशिल्प के क्षेत्र में मालानी पट्टू के नाम से प्रसिद्ध ऊन के पट्टू को बनाने का कार्य कर रही हैं।

मोडाराम के पिता निम्बाराम सुम्बरा 60-65 साल पहले एक साधारण पट्टू बनाते थे। मोडाराम ने इस साधारण पट्टू में डिजाइन बनाना शुरू किया और देखते -देखते यह साधारण पट्टू एक डिजाइन से सज्जित पट्टू बनकर प्रसिद्ध हो गया।

बींजासर के अनुसार मोडाराम ने पिछले 35 सालों में आसपास के 15-20 गांवों के लगभग 250 लोगों को पट्टू बनाना सिखाया जिससे उन्हें रोजगार मिला लेकिन मशीनीकरण और बाजारवाद के आगे इस कार्य को करना संभव नहीं है।

बाजार में ब्लैंकेट और शॉल आने पर इस हस्तनिर्मित पट्टू की मांग कम हो गई है। ऐसे में सरकारी देकर पट्टू कला को बचाया जा सकता है।

Source: Barmer News

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