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रतन दवे
बाड़मेर। इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर त्वरित गति से बढ़ रही देश की आर्थिक नीति के बीच इन दिनों देश के घरेलू कच्चे तेल को निकालने के लिए कंपनियों को केन्द्र सरकार ने 2030 तक का लक्ष्य दिया है। देश के सबसे बड़े तेल खजाने बाड़मेर में अब 5 लाख बैरल प्रतिदिन क्रूड ऑयल उत्पादन की नीति बनने लगी है,जो अभी केवल 1.75 लाख बैरल ही है।

देश में 80 प्रतिशत क्रूड ऑयल आयात हो रहा है और 20 फीसदी घरेलू उत्पादन है। इसमें बाड़मेर का योगदान 1.75 लाख बैरल प्रतिदिन है। देश का कुल उत्पादन इस वक्त करीब 7.5 लाख बैरल प्रतिदिन है। बाड़मेर से तेल उत्पादन का लक्ष्य 2022 में रिफाइनरी के निर्माण तक 5 लाख बैरल प्रतिदिन दिया गया था लेकिन 2021 के उत्तराद्र्ध तक भी कंपनियां इसको हासिल नहीं कर पाई है। कोरोनाकाल में तो 1.75 लाख बैरल से घटकर यह 1.60 लाख बैरल प्रतिदिन से भी नीचे आ गया था। कच्चे तेल का उत्पादन नहीं बढ़ाने की एक वजह अंतरर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों का गिर जाना भी था।

अब कीमतें बढ़ते ही जोर बढ़ा
कू्रड ऑयल की कीमतें अंतरर्राष्ट्रीय बाजार में अब उछाल पर आ गई है। इधर कम कीमतों में देश के पांचों रिजर्व वायर में क्रूड ऑयल का स्टॉक भी कर लिया गया है। ऐसे में अब कंपनियों पर केन्द्र सरकार की ओर से दबाव बनाया गया है कि वे तेल उत्पादन की क्षमता को बढ़ाएं।

2014 से है स्थिर
देश का सबसे बड़ा ऑयल फील्ड बाड़मेर-सांचौर बेसिन है। इस ऑयल फील्ड से तेल उत्पादन 2009 में प्रारंभ हुआ और 2014 तक कीमतों में उछाल रहा तो 2.25 लाख बैरल प्रतिदिन का उत्पादन पहुंच गया था लेकिन क्रूड ऑयल की कीमतें इसके बाद घटी तो उत्पादन को 1.75 लाख प्रति बैरल ला दिया।

2022 का दिया था लक्ष्य
पचपदरा में 16 जनवरी 2018 को प्रधानमंत्री ने रिफाइनरी का कार्य शुभारंभ करने के दौरान 2022 तक बाड़मेर से प्रतिदिन 5 लाख बैरल क्रूड ऑयल उत्पादन का लक्ष्य बताया था,लेकिन यह अभी दूर की कौड़ी बना हुआ है।

नई तकनीकें शुरू
इन दिनों अबूधाबी में तेल कंपनियों की एक बैठक में लगातार 5 लाख बैरल प्रतिदिन तेल क्षमता बढ़ाने पर विचार विमर्श एक कान्फेंरस में हो रहा है। इसमें बाड़मेर के समृद्ध भाग्यम ऑयल फील्ड में अत्याधुनिक क्षमता से 4.5 करोड़ बैरल क्रूड ऑयल को 25 करोड़ बैरल उत्पादन तक ले जाने का महत्वपूर्ण लक्ष्य तय किया गया है। इसके अलावा शैल चट्टानों में फंसे तेल को निकालने का लक्ष्य भी इसी का हिस्सा है।

Source: Barmer News

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