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जोधपुर. नौ ग्रहों में देव गुरु बृहस्पति शनिवार देर रात मकर राशि को छोड़कर कुंभ में प्रवेश किया। कुंभ राशि में प्रवेश के साथ ही परिस्थितियों तथा वातावरण में आकस्मिक अंतर दिखाई देगा। क्योंकि बृहस्पति पिछले कुछ समय से वक्री मार्गी होते हुए मकर राशि पर शनि के साथ युति कृत गोचर कर रहे थे। ऐसी भी मान्यता है कि कुंभ राशि पर बृहस्पति का परिभ्रमण धर्म आध्यात्मिक दृष्टिकोण से सकारात्मक अंतर से लाता है । ज्योतिषियों के अनुसार बृहस्पति मकर राशि को छोड़कर कुंभ में प्रवेश से व्यापार व्यवसाय में सकारात्मकता आएगी ।

बैंकिंग सेक्टर में आएगा उछाल

बृहस्पति को धन तथा ज्ञान का कारक ग्रह बताया गया है । यह बैंकिंग सेक्टर का भी कारक ग्रह माना जाता है । कमोडिटी, गोल्ड, एमसीएक्स, कीमती धातुएं इनके बाजार में तेजी के साथ वृद्धि दिखाई देगी, जिसका लाभ बैंकिंग सेक्टर को मिलेगा । इस दृष्टि से बैंकिंग सेक्टर में भी उछाल आएगा ।

इन पांच राशियों को लाभ
बृहस्पति की पांचवी, सातवीं, नवी दृष्टि विशेष लाभ देने वाली होती है। साथ ही राशि अनुक्रम में मेष , मिथुन , सिंह , तुला , धनु को विशेष लाभ प्राप्त होगा । शनि के साथ बृहस्पति की युति के भंग होते ही व्यापार – व्यवसाय में शिथिलता दूर होगी । बृहस्पति के माध्यम से नए स्टार्टप्स का आकार बढ़ते क्रम में दिखाई देगा । साथ ही विदेश से जुड़े व्यवसायों की गति एकदम बढऩे से आर्थिक प्रगति तथा लाभ के योग बन सकेंगे ।

13 अप्रेल 2022 तक करेंगे गोचर

देव गुरु बृहस्पति शनिवार रात्रि 11.17 बजे कुंभ राशि में प्रवेश करने के बाद इसी राशि में 13 अप्रेल 2022 तक गोचर करेंगे उसके बाद मीन राशि में चले जाएंगे। दांपत्य सुख और मांगलिक कार्यों के प्रधान ग्रह बृहस्पति शुभ सर्वार्थसिद्धि योग में राशि परिवर्तन करना शुभ फलदायी होगा। ज्योतिषियों के अनुसार बृहस्पति के राशि बदलने के कारण कई राज्यों में राजनीतिक परिदृश्य बदल सकता है। सत्तारुढ़ सरकारों के लिए आशानुकूल परिणाम प्राप्त करने में दिक्कतें आ सकती है। मंहगाई घटेगी एवं करों का बोझ कम होगा।

Source: Jodhpur

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