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अभिषेक बिस्सा/जोधपुर. महात्मा गांधी अस्पताल में कैंटीन के आगे की लाइन में बना सुलभ शौचालय लोगों से तय दाम से अधिक पैसे ले रहा है। यहां पेशाबघर इस्तेमाल करने के 5 रुपए लिए जाने की शिकायतें परिजन कर रहे हैं। परिजनों से ऐसी ठगी इसलिए हो रही है कि वार्डों के शौचालय साफ नहीं हैं। मजबूरी में परिजन सुलभ कॉम्प्लेक्स आते हैं। जबकि अस्पताल साफ-सफाई के नाम पर सालाना करोड़ों रुपए खर्च कर रहा है।

पेशाबघर इस्तेमाल करने के महिलाओं से 10 रुपए तय
फीमेल मेडिकल वार्ड व मेल वार्ड के ज्यादातर परिजन यहां सुलभ कॉम्प्लेक्स का उपयोग करने आते हैं। वहीं यहां महिला परिजनों से पेशाबघर इस्तेमाल करने के 10 रुपए लिए जाते हैं। जो सीधे तौर पर मजबूरी का फायदा उठाना है। जबकि केवल पेशाबघर का उपयोग महिला-पुरुषों के लिए बिलकुल नि:शुल्क है। कुछ जागरुक लोगों ने कई परिजनों की आपबीत्ती के वीडियो भी बनाए। जो पत्रिका को भी प्रेषित किए गए।

इस बीच राजस्थान पत्रिका ने मंगलवार को मौके पर जाकर जानकारी जुटाई। जहां कुछ लोगों ने बताया कि सुबह वे शौच के लिए गए थे, जहां उनसे 10 रुपए वसूले गए। जबकि शौच के 5 रुपए निर्धारित है। वहीं स्नानघर के 10 रुपए तय दर हैं, लेकिन यहां 15 रुपए लिए जा रहे हैं। पोकरण निवासी परिजन गोपाल माहेश्वरी ने बताया कि उनसे 5 रुपए पेशाबघर के लिए गए। यहां लिखी हुई दर से पैसे नहीं लिए जा रहे हैं। यहां उनकी माता भर्ती है।

वार्ड के शौचालय गंदे, इसलिए बाहर आते हैं मरीज-परिजन
महात्मा गांधी अस्पताल में निम्न से लेकर मध्यम वर्ग के लोग भी इलाज के लिए आते हैं। ऐसे में कई मरीज-परिजन अस्पताल के शौचालयों में गंदगी देख सुलभ कॉम्प्लेक्स का उपयोग करते हैं, क्योंकि वार्डों में बने शौचालय के यूरिनल व शौचालय रुकने लायक तक नहीं है। यहां बने स्नानघरों की हालत खराब है। नल आदि भी क्षतिग्रस्त है। ऐसे में सुलभ कॉम्प्लेक्स पर ठगी होना चिंता का विषय है।

जांच कराएंगे
तय दर से ज्यादा पैसे नहीं ले सकते। ऐसा है तो मैं पता करवाकर जांच करवाउंगा।
– डॉ. महेश भाटी, अधीक्षक, एमजीएच

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Source: Jodhpur

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