बाड़मेर पत्रिका.
बालोतरा नगरपरिषद की ओर से संचालित कांजी हाऊस में गायों के मरने के मामले में राज्य सरकार के स्वायत्त शासन विभाग ने जिला कलक्टर की जांच रिपोर्ट के आधार पर बालोतरा के आयुक्त शिवपालसिंह और कार्मिक ओमप्रकाश को निलंबित कर दिया है। यहां 20 गायों की मौत और कई कंकाल कांजी हाऊस के बाहर मिले थे।
बालोतरा नगरपरिषद की ओर से जेरला रोड़ पर संचालित कांजी हाऊस में 15 अप्रेल को 20 गायें मरने और बाहर कई शव मिलने का मामला प्रकाश में आया। रेत का चारा, रसायनिक पानी और अव्यवस्थाओं की वजह से एक साथ गोवंश मरने के इस मामले को लेकर कई संगठनों ने रोष जताया। जिला कलक्टर ने इसके लिए जांच कमेटी गठित की और इधर गोसेवा आयोग के राज्य अध्यक्ष मेवाराम जैन भी शनिवार को यहां पहुंचे और कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए।
लापरवाही बाद नहीं उठाए कॉल
20 गायों के मरने के इस मामले के बाद नगरपरिषद आयुक्त सहित जिम्मेदार अधिकारियों ने न तो कोई जवाब दिया और न ही कॉल उठाए। नायब तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर इसकी पुष्टि कर ली कि गायों की मौत हुई है और कंकाल भी मिले है।
आयोग अध्यक्ष हुए गंभीर
राज्य गोसेवा आयोग के अध्यक्ष मेवाराम जैन इसको लेकर मौके पर पहुंचे और उन्होंनेअ धिकारियों व विधायक मदन प्रजापत ने बात की। साथ ही इस मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि दोषियों को नहीं बख्शा जाएगा।
आयुक्त निलंबित
जिला कलक्टर की ओर से गठित समिति ने अपनी रिपोर्ट कलक्टर को पेश की, जिस पर कलक्टर ने राज्य स्वायत्त शासन विभाग को भेजा। जहां से आयुक्त शिवपालसिंह और कर्मचारी ओमप्रकाश को निलंबित किया गया है। निलंबन के दौरान क्षेत्रिय उपनिदेशक कार्यालय भरतपुर मुख्यालय रखा गया है।
मामले की निष्पक्ष जांच होगी
इस मामले को गंभीरता से लिया गया है। तुरंत ही कमेटी गठित कर दी गई और प्रथम दृष्टया आयुक्त व एक कार्मिक को निलंबित किया गया है। मामले की निष्पक्ष जांच होगी और कार्यवाही की जाएगी।
Source: Barmer News