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दिलीप दवे बाड़मेर. पिछले दस वर्षों में महंगाई की दरें बढ़ी ऐसे में सब कुछ महंगा हुआ तो विभिन्न सरकारी कार्यों के लिए निर्धारित राशि भी बढ़ चुकी है, लेकिन राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर की ओर से प्रति वर्ष आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं में विभिन्न कार्यों के लिए दिए जाने वाले मानदेय की राशि में पिछले 10 वर्षों में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है।

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की तरफ से आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं की उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन के लिए वरिष्ठ अध्यापक व व्याख्याताओं को बतौर परीक्षक के कार्य करते हुए इन उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन का अतिरिक्त कार्य करना होता है। जिसके लिए बोर्ड की ओर से अतिरिक्त मानदेय के रूप में दसवीं के लिए 14 रुपए तो बारहवीं के लिए 15 रुपए की राशि प्रति उत्तरपुस्तिका के रूप में दी जाती है। राशि बढ़ाने की जरूरत शिक्षकों के अनुसार महंगाई के इस दौर में इस राशि से तो एक पेन ही बड़ी मुश्किल से खरीदा जा सकता है। क्योंकि वर्तमान में एक बढि़या पेन के भी 10 रुपए से 25 रुपए तक लग जाते है, जिससे एक पेन से दो या तीन उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन होता है। इसलिए प्रति उत्तरपुस्तिका मिलने वाली इस राशि मे से 50 फीसदी राशि तो अकेले पेन पर ही खर्च हो जाती है। इसके अलावा मूल्यांकन के लिए खर्च किए जाने वाले अतिरिक्त समय के लिए पर्याप्त राशि भी नहीं मिल पाती है।

शिक्षक ले रहे कम रुचि उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन के लिए मिलने वाले कम मानदेय के कारण हर कोई आसानी से उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन का कार्य करना भी नहीं चाहता है। लेकिन कार्य नहीं करने पर बोर्ड की ओर से दिए जाने वाले नोटिस के डर से वरिष्ठ अध्यापक व व्याख्याता को बिना इच्छा के कार्य करते हैं। 2012 के बाद 10 वर्षों से नहीं बढ़ाई राशि बोर्ड परीक्षा के लिए विभिन्न कार्यों के लिए निर्धारित पारिश्रमिक दरों में 2012 के बाद 10 वर्षों बाद भी कोई वृद्धि नहीं की गई है।

जबकि बोर्ड परीक्षा के आवेदन लेते समय विद्यार्थियों से लिया जाने वाला शुल्क प्रति दो तीन वर्ष बाद बढ़ाया जा रहा है। वर्तमान में प्रति विद्यार्थी 600 रुपए बोर्ड परीक्षा के लिए आवेदन शुल्क लिया जा रहा है। लेकिन प्रति वर्ष महंगाई बढ़ रही है। ऐसे में पारिश्रमिक दरों में भी वृद्धि होनी चाहिए। मानदेय राशि में वृद्धि की जाए बोर्ड की ओर से उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन के लिए दिए जाने वाले मानदेय में वृद्धि करते हुए प्रति उत्तरपुस्तिका 25 से 30 रुपए मानदेय दिया जाना चाहिए। ताकि उचित पारिश्रमिक मिलने से हर कर्मचारी आसानी से ईमानदारीपूर्वक कार्य कर सके। इसके अलावा वीक्षक व केंद्राधीक्षक को मिलने वाले मानदेय सहित विभिन्न पारिश्रमिक दरों में वृद्धि की जाए। – बसन्त कुमार जाणी, जिलाध्यक्ष, राजस्थान वरिष्ठ शिक्षक संघ, रेस्टा

फैक्ट फाइल वर्तमान पारिश्रमिक दरें

उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन मानदेय प्रति उत्तरपुस्तिका माध्यमिक 14 रुपए उच्च माध्यमिक 15 रुपए परीक्षा केंद्र कार्य के लिए प्रति दिवस केंद्राधीक्षक 150 अतिरिक्त केंद्राधीक्षक 110 वीक्षक 90 निरीक्षण राशि जिला शिक्षा अधिकारी 2000 एक मुश्त उड़नदस्ता संयोजक 525 प्रति दिवस उड़नदस्ता सदस्य 425 प्रति दिवस

Source: Barmer News

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