जोधपुर।
बेकाबू हो रही महंगाई से देशभर में हल्ला मचना शुरू हो गया है। आम आदमी महंगाई की मार झेल रहा है। इसका असर रसोई तक पहुंच गया है। दैनिक उपयोग की खाद्य सामग्री के दामों में बेहताशा बढ़ोतरी से ‘गृहलक्ष्मी’ (गृहणियों) का रसोई का बजट गड़बड़ाने लगा है । इसमें घी-खाद्य तेल, फल-सब्जी, आटा-बेसन सब महंगे हो गए है। घी-तेल व्यापारी चन्द्रप्रकाश मूथा ने बताया कि विदेशी बाजारों में तेजी के कारण खाद़्य तेलों का आयात महंगा हुआ है। घी-तेल अपने नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गए है। होली के बाद घी में प्रति टिन करीब 500 रुपए व खाद्य तेल में 200 से 250 रुपए प्रति टिन तेजी आई है। सोयाबीन-सरसों में 10-10 रुपए तो मूंगफली के दाम में प्रति किलो 15 रुपए की तेजी आई है। मूथा के अनुसार, रूस-यूक्रेन युद्ध विराम की िस्थति में ही खाद्य तेलों के भाव कम होने की उम्मीद की जा सकती है।
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सब्जियों के दाम बढ़े
सब्जियाें की आवक कम होने व ट्रांसपोर्ट महंगा होने से सब्जियों के भावों में तेजी बनी हुई है। सब्जी विक्रेता सुनिल गहलोत ने बताया कि अब धीरे-धीरे स्थानीय सब्जियों की आवक शुरू होने लग गई है, और सब्जियों के भावों में थोड़ी कमी आ रही है। वहीं, फलों के दामों में भी विशेष गिरावट नहीं है, भाव स्थाई है।
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उबल रहा पेट्रोल-डीजल
पिछले कुछ समय से लगातार पेट्रोल-डीजल के दाम भी बढ रहे है, इससे भी खाद्य सहित अन्य वस्तुओं का परिवहन महंगा हो गया है । पेट्रोल 117.82 रुपए प्रति लीटर व डीजल के दाम 100.75 रुपए प्रति लीटर हो गए है।
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प्रमुख सब्जियों के होलसेल व रिटेल भाव प्रति किलो में
सब्जी—– होलसेल—-रिटेल
नीम्बू—— 120-130—-180-200
ग्वारफली— 70-80—–100-120
भिंडी—— 60-70——- 80-100
टिंडी——–30-40——- 70-80
तुरई——–30-40——– 70 -80
फूल गोभी—–60-70—– 80-100
मिर्च——20-25———-40-50
केरी——–40-50——– 70-80
गूंंदा——– 30-40——–50-60
काचरा—–30-40——— 60-70
पत्ता गोबी—-25-30—— 40-50
शिमला मिर्च——–40-50—– 70- 80
पालक——–30-40———- 50- 60
टमाटर—— 20-25———– 30-40
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बेतहाशा बढ़ रही महंगाई से रोजमर्रा की वस्तुएं महंगी होती जा रही है। घर का बजट बिगड़ रहा है। सरकार को महंगाई नियंत्रण के उपाय करने चाहिए।
डॉ बिन्दू टाक, संयुक्त सचिव
पुस्तकालय परिषद जोधपुर
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महंगाई से आम आदमी प्रभावित है। रोजमर्रा की वस्तुओं के साथ अन्य घरेलू खर्चे व जिम्मेदारियों को पूरा करने में परेशानियां आ रही है।
निरमा गेंवा, गृहिणी
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पड़ौसी देश महंगाई से त्रस्त है। यहां भी महंगाई बेकाबू हो रही है। रोजमर्रा की वस्तुओं के दाम लगातार बढ़ रहे है।
क्षमा पुरोहित, अधिवक्ता
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Source: Jodhpur