महेन्द्र त्रिवेदी
बाड़मेर. प्रदेश की करीब 22 हजार से अधिक आंगनबाडिय़ों को पानी के कनेक्शन का इंतजार है। यहां पर बच्चों के लिए पानी की जरूरतों को पूरा करने के लिए आसपास के लोगों की मदद लेनी पड़ती है। वहीं पीने का पानी बच्चे घर से बोतल भरकर लाते है। खत्म हो जाती है तो आसपास के घरों से पीने के पानी का जुगाड़ आंगनबाडिय़ों को करना पड़ रहा है।
आंगनबाडिय़ों में पानी के कनेक्शन किए जा रहे हैं। लेकिन धीमी रफ्तार के कारण मासूमों को पानी के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। इसके चलते पीने का पानी तो बच्चे घरों से बोतल भरकर ले आते है। लेकिन अन्य जरूरतों के लिए पानी का जुगाड़ करना मुश्किल हो जाता है, खासकर गर्मी में जब पानी की किल्लत होती है तो यह समस्या और बढ़ जाती है।
कनेक्शन नहीं, आसपास से जुगाड़
शहरी क्षेत्र की आंगनबाडिय़ों में तो पानी का कनेक्शन मिल जाता है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनबाडिय़ों को पानी के लिए तरसना पड़ता है। यह मासूमों पर भारी पड़ता है। वहीं आंगनबाड़ी का संचालन करने वालों को पानी के लिए आसपास से मदद लेनी पड़ती है। हालांकि इसके लिए कई लोग कैम्पर आदि की व्यवस्था कर देते हैं। लेकिन स्थायी समाधान का लाखों मासूमों को इंतजार है।
बाड़मेर में सबसे अधिक आंगनबाड़ी
राजस्थान में सर्वाधिक आंगनबाडिय़ां बाड़मेर में है। यहां पर कुल 3408 आंगनबाडिय़ां है, जिनको कनेक्शन दिया जाना है। इसमें से अभी तक 1277 में ही जल कनेक्शन की सुविधा है। इसके अलावा 2131 में पानी की सुविधा नहीं है। यहां पढऩे के लिए आने वाले बच्चे अपने स्तर पर पीने का पानी साथ लेकर आते हैं।
झुंझुंनू प्रथम और उदयपुर आखिरी पायदान पर
जलजीवन मिशन में आंगनबाडिय़ों में कनेक्शन किए जा रहे हैं। राजस्थान का एकमात्र उदयपुर जिला कनेक्शन करने के मामले में सबसे आखिरी पायदान पर और पिंक जोन में है। कुल 3035 आंगनबाडिय़ों में 655 को ही पानी का कनेक्शन मिल पाया है। वहीं प्रदेश के एकमात्र जिले झुंझुंनू में कनेक्शन का काम 100 फीसदी पूरा हो चुका है। कुल 1467 आंगनबाडिय़ों में पानी पहुंचाया जा चुका है।
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फैक्ट फाइल
53179 आंगनबाडिय़ों में होने है कनेक्शन
30911 में आ रहा है नल से जल
22268 को पानी का इंतजार
3408 आंगबाडिय़ां बाड़मेर जिले में
Source: Barmer News