बाड़मेर. थार में रक्तदान में युवाओं का जोश तो साफ दिखता है। वहीं कई दम्पती भी इस कार्य में आगे बढ़ रहे है। पति के मुहिम से जुड़े होने पर जीवन साथी भी रक्तदान को प्रेरित होने लगी है और लोगों के जीवन बचाने में जुटी है।
खेम सिद्ध डोनर्स सोसायटी अध्यक्ष हरीश गोदारा ने बताया कि संस्था के सदस्य देवीलाल सारण व उनकी पत्नी खेतू चौधरी ने एकसाथ रक्तदान किया। उनकी सोच है कि रक्तदान करने से बेहतर कार्य और कुछ नहीं हो सकता है। खेतु ने बताया कि यह पहली बार उनका रक्तदान है, जबकि पति ने 9वी बार रक्तदान किया है। उन्होंने कहा कि रक्तदान करने से कोई कमजोरी नहीं आती है। महिलाओं को इस भ्रांति से बाहर निकलना होगा।
खास दिन को रक्तदान से बना रहे यादगार
स्वैच्छिक रक्तदान से ही ब्लड बैंक को रक्त उपलब्ध होता है और अनगिनत मरीजों की जिंदगी को बचाया जा रहा है। रक्तदान की मुहिम से जुडऩे वाले अपने जन्मदिन, शादी की सालगिरह, बच्चों के जन्मदिन सहित किसी खास दिन को और भी स्पेशल बनाने के लिए रक्तदान करने का सिलसिला चल पड़ा है। रक्तदान करने वालों के इस सिलसिले से ही मरीजों को समय पर खून उपलब्ध हो रहा है। बाड़मेर जिले में ब्लड डोनेशन के लिए काम कर रही संस्थाएं इसे आगे बढ़ाने की मुहिम में जुटी हुई है।
ब्लड बैंक को नियमित चाहिए रक्तदान
राजकीय ब्लड बैंक को नियमित अंतराल से रक्त की जरूरत रहती है। जिससे समय पर जरूरतमंद को रक्त उपलब्ध हो सके। स्वैच्छिक रक्तदाता तो रक्तदान करते ही है, खास अवसर पर रक्तदान करने वालों की संख्या बढ़े तो ब्लड बैंक का स्टॉक में कमी नहीं आएगी। सोसायटी अध्यक्ष गोदारा ने बताया कि अभी बैंक में ब्लड का स्टॉक कम है। ऐसे में लोग आगे आकर रक्तदान करें तो यह कमी दूर हो सकती है।
Source: Barmer News