Murder Case: जोधपुर. आपसी रंजिश के चलते रातानाडा थानान्तर्गतती भाटी चौराहे के पास पुलिस सुरक्षा में गोलियों से भुनकर बंदी की हत्या के मामले में आधा साल बीतने के बावजूद शूटर व मुख्य साजिशकर्ता पकड़े नहीं जा सके हैं। पुलिस छह महीने में सिर्फ एक हिस्ट्रीशीटर और एक अन्य युवक को ही पकड़ पाई है। हरियाणा का शूटर, हिस्ट्रीशीटर का पुत्र सहित तीन आरोपी पुलिस को चकमा दे रहे हैं।
दक्षिण भारत में छुपे होने का अंदेशा
इस प्रकरण में पुलिस ने पाली के हिस्ट्रीशीटर मणिहारी निवासी जब्बरसिंह को गिरफ्तार कर लम्बा रिमाण्ड लिया था। फिर उसे जेल भिजवा दिया गया था। हत्या की साजिश में उसका पुत्र प्रवीणसिंह मुख्य रूप से शामिल था। उसी ने पूरी साजिश रची थी। वह गायब हो गया था। इसके अलावा हत्या करने में हरियाणा के एक युवक की पहचान की गई थी। उसका भी सुराग नहीं लग पाया है। जब्बरसिंह के पुत्रों की मदद करने के आरोप में एक युवक को भी गिरफ्तार किया गया था।पुलिस को अंदेशा है कि हरियाणा का एक युवक भी था। फायरिंग में वह भी शामिल था। पुलिस कमिश्नर नवज्योति गोगोई का कहना है कि तीन आरोपियों की तलाश की जा रही है। जिनके दक्षिण भारत में छुपे होने सूचना मिली थी, लेकिन पकड़े नहीं जा सके।
यह है मामला
गत 18 दिसम्बर को पाली जिले में गुड़ा ऐंदला थानान्तर्गत डरी गांव निवासी सुरेशसिंह की गत भाटी चौराहे के पास पुलिस सुरक्षा में गोलियों से भुनकर हत्या कर दी गई थी। जानलेवा हमले के मामले में वह न्यायिक अभिरक्षा में था। पुलिस के चालानी गार्ड पाली में पेश करवाने के बाद उसे बस से जोधपुर लेकर आई थी और भाटी चौराहे पर बस से उतरे थे। इतने में मोटरसाइकिल सवार दो जनें वहां आए थे और पुलिस सुरक्षा के बावजूद सुरेशसिंह की गोलियों से हत्या कर भाग गए थे।
Source: Jodhpur