जोधपुर. पालड़ी खिंचियान स्थित सीआरपीएफ के प्रशिक्षण केंद्र में कांस्टेबल नरेश जाट ने आखिरकार सबोमवार सुबह 11.35 बजे खुद को गोली मार ली। जिससे उसकी मौत हो गई।
पाली जिले के राजोला गांव निवासी नरेश जाट यहां सीआरपीएफ के प्रशिक्षण केंद्र में कांस्टेबल था. वह पत्नी व सात साल की पुत्री के साथ सीआरपीएफ के आवासीय क्वार्टर में रह रहा था। उसने रविवार को दो घंटे की छुट्टी मांगी थी लेकिन सीआरपीएफ के डीआइजी ने मना कर दिया था। जिससे नाराज होकर नरेश ने पहले तो साथी जवान का हाथ काट खाया था. तब डीआइजी ने उसे घर भेजने की चेतावनी दी थी। इससे गुस्सा होकर वह चौथी मंजिल पर अपने क्वार्टर में गया और खुद को बंद कर लिया। पत्नी व मासूम पुत्री भी क्वार्टर में बंद हो गए थे। उसके पास सीआरपीएफ की लाइट मशीन गम व दो तीन मैग्जीन भी थी।
वह क्वार्टर की बालकनी से पहुंच गया और लाइट मशीन गन से हवाई फायर शुरू कर दिए थे। उसने करीब आठ दस राउंड फायर किए थे। पुलिस व सीआरपीएफ के अधिकारियों ने समझाइश के प्रयास किए लेकिन वह नहीं माना। उसके पिता, मित्र व साथी जवानों को बुलाकर मोबाइल पर बात कराकर समझाने के प्रयास किए गए।
रातभर की समझाइश के बावजूद उस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। सीआरपीएफ के आईजी भी कैम्प पहुंचे व मोबाइल पर बात करके समझाने की कोशिश की। लेकिन वह टल से मस नहीं हुआ। आखिरकार सोमवार सुबह उसने हवाई फायर करने के बाद खुद को गोली मार दी। जिससे उसकी मौत हो गई। पत्नी व पुत्री सुरक्षित बताए जाते हैं।
Source: Jodhpur