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जोधपुर।
सरकार ने हाल ही में माध्यमिक शिक्षा विभाग में 30 नए खेलों को जोड़ने के बाद अब प्रारंभिक शिक्षा विभाग में भी 20 नए खेल जोड़े है। लेकिन सरकार इन खेलों में पारम्परिक खेलों को शामिल करना भूल गई। इससे प्रदेश के लाखों स्कूली विद्यार्थी पारम्परिक खेलों से दूर होते जा रहे है। पारम्परिक खेलों का स्कूली स्तर पर मिट्टी से जुड़े इन खेलों का आयोजन नहीं होने वे इन खेलों को भूल जाएंगे।

हाल ही में, राज्य सरकार की स्वीकृति के बाद प्रारंभिक शिक्षा निदेशक ने 14 वर्ष आयु वर्ग स्कूली खेलों में बढ़ोतरी करते हुए 20 में खेलों को शामिल किया है। पूर्व में प्रारंभिक शिक्षा विभाग की ओर से मात्र 17 खेलों की प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाया जाता था, अब 20 नए खेल जोड़ने से 37 किलो की प्रतियोगिताएं होगी। जबकि माध्यमिक शिक्षा विभाग में कुल 47 खेलों की प्रतियोगिताएं होगी
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अब इन खेलों की भी होगी प्रतियोगिताएं
छात्र-छात्रा दोनों के लिए बॉक्सिंग, साइकिलिंग, बॉल बैडमिंटन, टेनिस वॉलीबॉल, क्रिकेट, टेनिस बॉल क्रिकेट, राइफल शूटिंग, कुश्ती, मिनी गोल्फ, नेटबॉल, रोलर स्केटिंग, स्पीडबॉल, तीरंदाजी, अखाड़ा, स्कॉय मार्शल आर्ट, फुटबॉल, रॉल बॉल, कुडो, थ्रो बॉल, शतरंज। क्रिकेट, फुटबॉल, कुश्ती छात्र वर्ग में पूर्व में प्रतियोगिताएं आयोजित होती थी अब इनकी प्रतियोगिताएं छात्रा वर्ग 14 वर्ष आयु वर्ग में भी करवाई जाएगी।

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इन खेलों को भुला शिक्षा विभाग

मलखंब, योगा, सतोलिया, रस्साकशी सहित कैरम, कराटे को प्रारंभिक शिक्षा विभाग में शामिल नहीं किया गया है जबकि इन खेलों की माध्यमिक शिक्षा विभाग में प्रतियोगिताएं आयोजित करवाई जाती है। साथ ही इस आयु वर्ग की खेलकूद प्रतियोगिता स्कूल गेम्स ऑफ फैडरेशन (एसजीएफआई) भी करवाता है। राजस्थान शारीरिक शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष हापूराम चौधरी के अनुसार प्रारंभिक शिक्षा विभाग में 20 नए खेल जोड़ने से राष्ट्रीय स्तरीय खेल में राजस्थान की सहभागिता बढ़ेगी। योग, मलखंभ, रस्साकशी जैसे पारंपरिक खेलों को भी जोड़ा जाना चाहिए।

एसजीएफआई से काफी पीछे राजस्थान
माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से 17 व 19 वर्ष आयु वर्ग में 47 खेलों की प्रतियोगिताएं करवाई जाती है, जबकि प्रारंभिक शिक्षा विभाग 14 वर्ष आयु वर्ग में 37 खेलों की प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाएगा। इससे अभी तक, प्रारंभिक शिक्षा विभाग में माध्यमिक शिक्षा विभाग से 10 खेलों का कम आयोजन होगा जबकि स्कूल गेम्स फैडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से 133 खेलों का आयोजन करवाया जाता है। इस लिहाज से राजस्थान का शिक्षा विभाग बहुत पीछे है । फैडरेशन में खेले जाने वाले राजस्थान में प्रचलित समस्त खेलों को जोड़ा जाए तो राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में राज्य की भागीदारी अधिक बढ़ेगी।

Source: Jodhpur

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