जोधपुर. करगिल शहीद कालूराम जाखड़ की पत्नी के नाम राष्ट्रीय राजमार्ग-112 पर डांगियावास में पेट्रोल पम्प के लिए आवंटित जमीन का आधा हिस्सा अंधेरे में रखकर बेच दिया गया। इंडियन ऑयल कम्पनी (आइओसी) ने विवाद के चलते पम्प की सप्लाई रोक दी। शहीद की पत्नी ने पम्प के मैनेजर व कुछ रिश्तेदारों के खिलाफ उदयमंदिर थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है।
पुलिस के अनुसार पीपाड़ शहर थानान्तर्गत खेड़ी चारणान निवासी संतोष पत्नी शहीद कालूराम जाखड़ ने श्रवणराम जाट, मोहनराम पुत्र शेराराम, उसकी पत्नी ममता, पुखराज व उसकी पत्नी इमियादेवी के खिलाफ रिपोर्ट दी। आरोप है कि 4 जुलाई 1999 में शहीद हुए कालूराम के सम्मान में सरकार ने शहीद की पत्नी संतोष व मां केलीदेवी के नाम पेट्रोल पम्प के लिए डांगियावास में जमीन आवंटित की थी। वहां आइओसी का पम्प खोला गया। शहीद की अनपढ़ पत्नी व सास ने श्रवणराम पुत्र शेराराम चौधरी को बतौर मुनीम रखा। गत वर्ष अगस्त में श्रवण जमीन की तरमीम करवाने के बहाने संतोष को उप पंजीयन कार्यालय ले गया। वहां उससे अंगूठे व हस्ताक्षर करवाए गए। सास को वृद्धावस्था के कारण साथ नहीं ले गए थे।
तेल कंपनी ने दी बेचान की सूचना
कुछ दिन पहले संतोष को आइओसी ने उसके हिस्से की जमीन मोहनराम के खरीदने की जानकारी दी तो उसे धोखाधड़ी का पता पता चला। इस पर शहीद की पत्नी आइओसी के कार्यालय में गई। उसे कहा गया कि पंप की जमीन का आधा हिस्सा मोहन को बेचान हो चुका है। उसके पक्ष में औपचारिकताएं जल्द पूरी नहीं की गई तो पंप का आवंटन निरस्त कर दिया जाएगा। आइओसी अफसरों ने उसे बताया कि सास के हिस्से की जमीन भी मोहन के पक्ष में बेचान कर दी गई है।
धोखे से करवाई रजिस्ट्री
शहीद की पत्नी का आरोप है कि गत वर्ष 31 अगस्त को मोहनराम व उसकी पत्नी ममता के पक्ष में धोखे से रजिस्ट्री कराई गई थी। पुखराज व इमियादेवी ने साख दी थी। बेचाननामे में जमीन बेचान के बदले पचास लाख रुपए देने का उल्लेख किया गया है। जबकि जमीन खरीद चेक, डीडी या ऑनलाइन भुगतान होता है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
Source: Jodhpur