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बाड़मेर जिले में लम्पी से ग्रस्त गोवंश का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। पशुपालकों की नींद उड़ गई है। आए दिन पशुओं की मौतें होने से नियंत्रण को लेकर भी स्थिति कमजोर नजर आ रही है। गोशालाओं में भी पशुओं के संक्रमित मिलने का सिलसिला बना हुआ है। वहीं नियंत्रण कक्ष में भी फोन पर पशुपालक लगातार मदद की गुहार लगा रहे हैं।

लम्पी की बीमारी के बाद जिले में अलग-अलग टीमें पशुओं में लक्षणों के आधार पर उपचार कर रही है। जिले में अब तक कुल 80 हजार 734 पशुओं का सर्वे किया गया है। जिसमें से कुल 16247 संक्रमित मिलने पर उनका उपचार किया जा रहा है। अब तक 3959 पशु स्वस्थ भी हुए है।

एक दिन में मिले 4 हजार से अधिक संक्रमित

जिले में एक ही दिन बुधवार को टीमों ने कुल 21216 पशुधन का सर्वे किया। जिसमें 4462 पशु प्रभावित पाए गए। टीमों ने मौके पर ही उनको उपचार दिया। इस बीच जिले में रोग नियंत्रण के लिए दौसा जिले से 4 पशु चिकित्साधिकारी व 12 पशुधन सहायकों का दल भिजवाने के आदेश जारी किए हैं।

कलक्टर पहुंचे गोशाला, किया निरीक्षण
लम्पी बीमारी के नियंत्रण को लेकर जिला कलक्टर लोकबंधु ने बुधवार को पशुपालन विभाग के अधिकारियों के साथ गोपाल गोशाला एवं नंदी गोशाला का निरीक्षण किया। उन्होंने गोवंश की व्यवस्थाओं को देखा। बीमार पशुओं को स्वस्थ पशुओं से अलग रखने के लिए निर्देश दिए। साथ ही सभी गोशालाओ में स्प्रे एवं फॉगिंग करने को कहा। गोशालाओं में पशुओं की संख्या के मद्देनजर बीमारी फैलने की आशंका अधिक है। इसलिए यहां पुख्ता व्यवस्थाएं की जाए।

यहां किया गया छिड़काव

-नंदी गोशाला बाड़मेर

-सुमेर गोशाला बाड़मेर शहर
-गोपाल गौशाला, बाड़मेर
-पाबूजी राठौड़ गौशाला, भैरूड़ी

-मोहन गोशाला, दांता
-हरिओम गोशाला भाखरसर पाटोदी

-गोपाल गोवर्धन गोशाला, गंगासरा

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Source: Barmer News

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