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जोधपुर।
आजादी के अमृत महोत्सव के क्रम में हर घर तिरंगा योजना अभियान शनिवार से शुरू होगा, जो 15 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान हर रेलकर्मी अपने घरों पर तिरंगा फहराएंगे। रेलकर्मियों को नगद पैसे देकर झंडा नहीं लेना होगा, बल्कि उनके वेतन से इसका मूल्य काट लिया जाएगा। अभियान के तहत रेलवे की ओर से दिए जाने वाले तिरंगे झण्डे़ की कीमत रेलकर्मियों के वेतन से वसूली जाएगी। प्रति झंडा 50 रुपए की कटौती रेलकर्मी के वेतन से होगी, इससे रेलवे को करीब 5.50 लाख रुपए मिलेंगे। हालांकि, रेलवे के इस आदेश को रेलवे यूनियन पसंद नहीं कर रही है और इसका विरोध किया है। रेलकर्मियों का कहना है कि स्टाफ बेनीफिट फंड से झंडा खरीदा जाए लेकिन, रेलकर्मियों के वेतन से पैसे ना काट जाए।

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11 हजार कर्मचारी फहराएंगे तिरंगा

रेलवे आदेशानुसार अभियान के तहत जोधपुर मण्डल के 11 हजार अधिकारी-कर्मचारी 13 से 15 अगस्त तक अपने घरों पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराएंगे। 11 हजार झंडों का वितरण विभागवार कर्मचारियों को उपलब्ध करवाए दिए गए है। इसके अलावा जोधपुर मण्डल के कुल 748 कोचों और 150 इंजनों पर आजादी के अमृत महोत्सव के स्टीकर्स लगाए जाएंगे, जिनमें डीएमयू ट्रेनें भी शामिल है।

75 वर्ष पार के चुनिंदा रेलवे पेंशनर्स होंगे सम्मानित
रेलवे की ओर से अपने उन 75 वर्ष पार उम्र के पेंशनरों को 15 अगस्त को सम्मनित किया जाएगा, जिन्होंने अपने सेवाकाल के दौरान विशिष्ट कार्य किया हो। ऐसे पेंशनर्स को चिन्हित कर लिया गया है।
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यह राष्ट्रीय पर्व है। रेलकर्मी के घर पर तिरंगा फहराने के लिए पैसा या 50 रुपए वक्त नहीं रखता है। रेलवे को मण्डल स्तर पर स्टाफ बेनिफिट फण्ड से पैसा लिया जाना चाहिए, कर्मचारी के वेतन से पैसा नहीं काटा जाना चाहिए, इससे जनता में भी अच्छा संदेश जाएगा।

मनोजकुमार परिहार, मण्डल सचिव
नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्प्लॉइज यूनियन

Source: Jodhpur

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