जोधपुर. जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के केंद्रीय कार्यालय में 15 अगस्त को हुए ध्वजारोहण समारोह में तकरीबन अधिक शिक्षक व कई कर्मचारी अनुपस्थित रहे। देश की आजादी के 75 साल पूरे होने पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर स्कू ल के बच्चे-बच्चे तक मनाए जा रहे आजादी के अमृत महोत्सव से शिक्षकों की दूरी विवि के कुलपति प्रो केएल श्रीवास्तव को नागवार गुजरी। उन्होंने विवि के डीन, डायरेक्टर्स, विभागाध्यक्षों, रजिस्ट्रार, वित्त नियंत्रक और सभी सेक्शन इंचार्ज को पत्र लिखकर अनुपस्थित रहने वाले कार्मिकों से स्पष्टीकरण पूछा है। शिक्षकों व कर्मचारियों का लिखित स्पष्टीकरण सीधा कुलपति कार्यालय भेजने के निर्देश दिए हैं।
कुलपति कार्यालय की ओर से जारी पत्र में लिखा गया है कि यह बहुत ही गंभीर मामला है कि 15 अगस्त के दिन राष्ट्र ध्वज को सलामी देने के लिए शिक्षक अनुपस्थित रहे। इसको स्वयं कुलपति ने रिकॉर्ड किया है। इस पत्र को मोस्ट अर्जेंट मानकर सात दिन के भीतर स्पष्टीकरण कुलपति कार्यालय भिजवाया जाए।
ऐसे ही क्लास के लिए स्पष्टीकरण पूछें
15 अगस्त छुट्टी मनाने के लिए नहीं है। विवि में कक्षाएं भी नियमित नहीं लगती है। कौन लैब में जा रहा है, कौन छुट्टी जा रहा है, कौन नहीं पढ़ा रहा है, कुछ रिकॉर्ड में नहीं रहता। कुलपति को अब कक्षाओं के लिए स्पष्टीकरण पूछना चाहिए।
– प्रो गंगाराम जाखड़, पूर्व कुलपति, महाराजा गंगासिंह विवि बीकानेर
विवि को कार्रवाई करनी चाहिए
वर्ष 2013 में शिक्षक भर्ती के बाद विवि का ढर्रा बिगड़ गया है। केवल एक तारीख का तनख्वाह लेने पहुंच जाते हैं। विवि को इस मामले में कार्रवाई करनी चाहिए।
– प्रो एसपी गुप्ता, सेवानिवृत्त शिक्षक, जेएनवीयू
जब प्रोफेसर खुद ही 15 अगस्त पर विवि नहीं जाएंगे तो विद्यार्थियों से क्या उम्मीद कर सकते हैं। छात्र छात्राएं शिक्षकों से ही तो सीखते हैं।
– मूलसिंह राठौड़, वर्ष 2018 छात्रसंघ अध्यक्ष प्रत्याशी
विवि के केंद्रीय कार्यालय में होने वाले ध्वजारोहण समारोह में सभी की उपस्थिति होनी चाहिए। सभी भारतीयों के लिए यह गौरव का दिन होता है।
– सुनील चौधरी, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष
शिक्षकों की अनुपिस्थति गलत
शिक्षकों में राष्ट्र के प्रति गरिमा व सम्मान खुद में होना चाहिए। पूरा देश जब आजादी के अमृत महोत्सव में सम्मिलित हो रहा है तो विवि शिक्षकों की अनुपस्थिति गलत है।
– प्रो गुलाबसिंह चौहान, पूर्व कुलपति, जेएनवीयू
जब मैं कुलपति था, तब भी समझाता था
शिक्षकों का दायित्व है कि वे समाज को क्या दे रहे हैं। 15 अगस्त से अनुपस्थिति गंभीर है। मैं जब कुलपति था तब उनको समझाता रहता था कि जमीर जिंदा रख, सुल्तान भी बन जाए तो पीर जिंदा रख।
– प्रो पीसी त्रिवेदी, पूर्व कुलपति, जेएनवीयू
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Source: Jodhpur