जोधपुर।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Anti currutpion Bureau) जोधपुर की विशेष विंग ने मंगलवार को जालोर जिले की सायला पंचायत समिति के उम्मेदाबाद गांव िस्थत कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में तीन हजार रुपए रिश्वत लेते कार्यवाहक प्रधानाध्यापिका और फिर अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक को गिरफ्तार (Headmistress and Co-ordinator arrested in bribe case) किया। महिला शिक्षिका के खिलाफ जांच बंद करने के बदले यह रिश्वत ली गई। (ACB trape in Jalore)
ब्यूरो की विशेष विंग के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दुर्गसिंह राजपुरोहित ने बताया कि तृतीय श्रेणी शिक्षिका बृजेश मीना की शिकायत पर पंचायत समिति सायला के उम्मेदाबाद िस्थत कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय की कार्यवाहक प्रधानाध्यापिका जोधपुर में निंबा निंबड़ी निवासी खुशबू पत्नी छविलाल गहलोत और जालोर के अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक चन्द्रकांत को गिरफ्तार किया गया। प्रधानाध्यापिका ने शिक्षिका से विद्यालय में तीन हजार रुपए लिए थे और फिर परियोजना समन्वयक को फोन कर अवगत कराया था। तभी ब्यूरो के निरीक्षक मनीष वैष्णव ने दबिश देकर प्रधानाध्यापिका खुशबू और फिर चन्द्रकांत को गिरफ्तार किया।
प्रधानाध्यापिका बोली, खुद की तरफ से दिए हैं रुपए
परिवादी शिक्षिका की कुछ समय पहले शिकायत हुई थी। कमेटी गठित कर जांच की जा रही है। उसे चार्जशीट देने के लिए डराया जा रहा था। जांच बंद करने के बदले तीन हजार रुपए मांगे जा रहे थे। प्रधानाध्यापिका ने जांच बंद करवाने का भरोसा दिलाया था। गोपनीय सत्यापन में रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई थी। अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक के कार्यालय में प्रधानाध्यापिका व शिक्षिका की मुलाकात हुई थी। प्रधानाध्यापिका ने समन्वयक से मिलकर शिक्षिका के खिलाफ चल रही जांच बंद करवाने का आदेश लाकर दिया था। उसने कहा कि इसके बदले उसने खुद की तरफ से तीन हजार रुपए दिए हैं। जो उसे देने होंगे।
रिलीव होने से एक दिन पहले गिरफ्तार
एसीबी का कहना है कि अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक चन्द्रकांत का तबादला हो चुका है। उसे बुधवार को पद से रिलीव होना था। उससे पहले वो गिरफ्तार कर लिए गए।
Source: Jodhpur