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रावताराम सारण/सिणधरी। उपखंड क्षेत्र से गुजर रहे मेगा हाईवे पर शनिवार को हुए सड़क हादसे में गुजरात के चार श्रद्धालुओं की मौत हो गई। गुजरात के भीलड़ी निवासी कमला अपने घर से माता राणी भटियाणी मंदिर जसोल में अपने परिवार की खुशहाली की मन्नत मांगने के लिए पैदल संघ के साथ 2 सितंबर को घर से खुशी-खुशी रवाना हुई थी लेकिन उसको यह पता नहीं था कि वह घर नहीं लौट पाएगी।

कमला 202 किलोमीटर की पैदल यात्रा करके 8 सितंबर की रात जसोल धाम पहुंची थी जहां पर पहुंचने के बाद पता चला की घर से गाड़ी में सवार होकर कमला के पहीर से अन्य सदस्य भी पहुंचे थे। इस पर कमला ने पीहर के सदस्यों के साथ वापस घर लोटने के लिए सवार हो गई ।

घर लौटते समय सिणधरी के सड़ा भाटाला के पास मेगा हाईवे के गड्ढे काल बनकर उभर गए। गड्ढों की वजह से एक ट्रक ने कार को चपेट में ले लिया जिसे कमला की मौत हो गई कमला के परिवार को घटना की जानकारी मिलने पर परिवार में मातम छा गया।

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मन्नतें मांगने गए थे, आ गई मौत
ग्रामीणों की जानकारी के अनुसार धानेरा गुजरात निवासी राजू भाई पुत्र कैलाश भाई धानेरा में चाय पत्ती का सप्लायर कार्य करता है। जिसकी धानेरा के मधुमन में दुकान भी स्थापित है। जो प्रति वर्ष की भांति कामकाज में बढ़ोतरी की मन्नत मांगने के लिए अपनी भुआ मनीषा के साथ जसोल माता राणी भटियाणी मंदिर दर्शन करने के लिए पहुंचे थे दर्शन के बाद घर लौटते समय सड़क हादसा हो गया। एक ही परिवार से दो सदस्यों की एक साथ अर्थी उठने के बाद गांव में भी चूल्हे नहीं जले।

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बेटे को नहीं पता की मां नहीं रही, अस्पताल में चल रहा इलाज
हादसे में कार में सवार मनीषा अपने पुत्र मोंटू के साथ दर्शन करने के लिए आई थी। लेकिन हादसे मैं मनीषा की मौत हो गई लेकिन मनीषा का पुत्र मोंटू गंभीर रूप से घायल हो गया जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। मोंटू को अभी तक यह मालूम नहीं है कि उसकी मां इस दुनिया में नहीं रही। मोंटू ने मां को खो दिया खुद अपनी जिंदगी की जंग अस्पताल में लड़ रहा है।

Source: Barmer News

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