मच्छरों की मार ने जिलेभर में न केवल नींद उड़ाई है अब बीमारी का घर बन गई है। दीपावली तक यानि करीब दो महीने तक मच्छरों के लिए मौसम अनुकूूल रहने की स्थिति है और इन पर फोगिंग या अन्य छिड़काव से वार नहीं हुआ तो बीमारी का ग्राफ अनियंत्रित होते देर नहीं लगेगी। वायरल, मलेरिया और डेंगू तीनों की जकडऩ हर घर के लिए चिंता बनने लगी है।
बाड़मेर- विभाग अभी प्लान बना रहा
सीएचसी-पीएचसी पर ही ओपीडी का आंकड़ा औसतन 500-700 के बीच पहुंच गया है। सितंबर के पहले सप्ताह के मुकाबले दूसरा दोगुना हो चुका है। जिला अस्पताल में ओपीडी करीब 4000 के आसपास है। रोगियों को भर्ती करने के लिए अतिरिक्त बेड लगाने पड़े है और बच्चों को एक बेड पर दो-दो भर्ती है। जिले में बेकाबू होती बीमारियों पर विभाग की ओर से नियंत्रण के प्रयास नाकाफी है। विभाग ने अभी प्लान बनाया है, जिसे कुछ दिन बाद शुरू किया जाएगा।
बालोतरा : नगरपरिषद की फोगिंग मशीनें खराब, निजी का सहारा
ें बालोतरा में डेंगू का असर बढ़ रहा है। अस्पताल में सामान्य दिनों के मुकाबले ओपीडी दो गुना हो चुकी है। रोजाना डेंगू के केस आ रहे है। बालोतरा के आसपास के इलाकों में बीमार बढ़े है। बच्चे भी बुखार की चपेट में आ रहे है। नाहटा चिकित्सालय में गुरुवार शाम 6 बजे तक ओपीडी का आंकड़ा 955 तक पहुंच गया। प्रभारी बीएस गहलोत ने बताया की डेंगू नियंत्रण में है। कुछ अंतराल में 2-3 मरीज डेंगू के मिलते हैं। नगर परिषद ने डेंगू नियंत्रण को लेकर फॉगिंग स्प्रे करवाना शुरू कर दिया है। नगर परिषद की दो फोगिंग मशीनें खराब है। निजी ठेकेदार की चार मशीनों से स्प्रे का कार्य करवाया जा रहा है। सुबह शाम दोनों समय छिड़काव किया जा रहा है।
धोरीमन्ना : ओपीडी 700 पार, गांवों में छिड़काव बेअसर
क्षेत्र में मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ा है। सैकड़ों की संख्या में प्रतिदिन रोगी अस्पताल पहुंच रहे है। चिकित्सा व्यवस्थाएं बेपटरी नजर आती है। सीएचसी की व्यवस्थाएं मरीजों के बढ़ते दबाव को नहीं झेल पा रही है। सितंबर महीना शुरू होने के बाद ओपीडी में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। ओपीडी 700 को पार है। वायरल के रोगियों की संख्या अधिक है। बीसीएमएचओ डॉ. तेजपालसिंह भाखर ने बताया कि फोगिंग के लिए दो मशीनें है। अभी तक क्षेत्र में डेंगू का कोई केस नहीं मिला है। इधर गांवों में छिड़काव बेअसर होने की स्थिति है।
शिव : नहीं हुआ स्प्रे, मच्छर बढ़ रहे
बारिश का पानी जमा होने के साथ गंदे पानी की निकासी नहीं होने से जगह-जगह पानी जमा होने से मच्छरों की भरमार है। गांव ढाणियों में वायरल के साथ मलेरिया रोगियों में भी प्रतिदिन इजाफा हो रहा है। स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की ओपीडी एक सितंबर को 188 ओपीडी थी, जो 15 सितंबर को 264 तक पहुंच गई। मच्छरों से बचाव के लिए होने वाले फोगिंग स्प्रे का यहां अभी तक नहीं हुआ है। विभागीय निर्देशानुसार डेंगू के मरीज मिलने पर उस क्षेत्र में स्प्रे करवाया जाता है। अभी तक शिव क्षेत्र में कहीं पर स्प्रे नहीं हुआ है।
समदड़ी : फोगिंग के लिए कोई इंतजाम ही नहीं
सीएचसी पर रोजाना बुखार और खांसी-जुकाम पीडि़त मरीजों की संख्या सैकड़ों में पहुंच चुकी है। औसतन देखा जाए तो यह आंकड़ा 300 को पार कर रहा है। अधिकांश घरों में बुखार के रोगी मिल रहे है। यहां पर मच्छरों को खत्म करने के लिए कोई कार्रवाई नहंी हुई है। फोगिंग स्प्रे के लिए यहां पर किसी तरह के उपकरण उपलब्ध नहीं है। मच्छर बढऩे के साथ बीमारों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है।
गडरारोड़ : फोगिंग मशीनें खराब पड़ी
सीएचसी की फोगिंग मशीन खराब पड़ी है। अस्पताल के सामान्य वार्ड वायरल व मौसमी बीमारियों के पीडि़तों से भरे हुए है। अस्पताल के गलियारों में मरीजों को बेड लगाकर भर्ती किया जा रहा है। ओपीडी 300 को पार कर चुकी है। सीएमएचओ डॉ. चंद्रशेखर गजराज ने बताया कि फोगिंग मशीन खराब होने की जानकारी नहीं है। सीएचसी प्रभारी से कहता हूं कि बाड़मेर भेजकर मशीन ठीक करवा लें। उपखण्ड का लंबा क्षेत्रफल होने के कारण फोगिंग मशीनों की संख्या बढ़ाकर एंटी लार्वा छिड़काव करवाएंगे।
प्रत्येक ब्लॉक में दो-दो फोगिंग मशीन
जिले के प्रत्येक चिकित्सा ब्लॉक में दो-दो फोगिंग मशीनें है। संचालन संबंधित सीएचसी के माध्यम से होता है। कहीं खराब है तो उसे दुरुस्त करवाया जाएगा। बाड़मेर में चार स्प्रे मशीनें है। शहरी क्षेत्रों में फोगिंग नगर परिषद के माध्यम से होता है। चिकित्सा विभाग के पास ग्रामीण क्षेत्रों का जिम्मा है। मच्छरों का प्रकोप बढ़ा है, जल्द की फोगिंग कार्य शुरू करवाएंगे।
-डॉ. पीसी दीपन, नोडल अधिकारी व डिप्टी सीएमएचओ बाड़मेर
Source: Barmer News