विद्यालय भवन जर्जर: खतरे के साए में संवर रहा है भविष्य
गुडामालानी के विद्यालय में क्षतिग्रस्त कक्षा कक्ष, क्षतिग्रस्त दीवारें व उखड़ा प्लास्टर।
गुड़ामालानी. उपखण्ड मुख्यालय स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय का भवन लंबे समय से मरम्मत के अभाव में क्षतिग्रस्त होकर जर्जर हालत में है। अधिकांश कक्षा कक्ष की दीवारें व छत पूरी तरह से जर्जर होने से छत व दीवारों से चूना-सीमेन्ट उखड़कर झड़ रहा है। विद्यालय में अध्यनरत सैकड़ों छात्र छात्राओं को हर समय भय के साए में अध्ययन करना पड़ रहा है। ऐसे में छात्रों का अध्ययन प्रभावित होने से शिक्षक व छात्र परेशान है। वही समस्या को लेकर शिक्षा विभाग मौन है। मुख्यालय स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय मे करीब 325 छात्र छात्राएं अध्यनरत है। विद्यालय में लम्बे समय से मरम्मत के अभाव मे कई दशक पूर्व बना भवन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त होकर जर्जर अवस्था में है। विद्यालय में कहने को तो 18 कक्षा कक्ष बने हुए हैं। एक कक्ष अत्यधिक जर्जर होने से गिरने के कगार पर है तो एक अन्य कक्ष आधा जर्जर होने के बावजूद विद्यालय प्रशासन मजबूरन उसमें छात्रों को बिठाकर जर्जर भवन में अध्ययन करवाया जा रहा है। विद्यालय के 4 कक्षाओं की दरवाजे व खिड़कियां टूटी-फूटी हालत में है।
कैसे करेंगे काम
इसी विद्यालय भवन में बने कक्षो में से 4 कमरो में सीबीईओ कार्यालय संचालित हो रहा है। अन्य 4 रूम कार्यालय, स्टॉफ रूम, लाइब्रेरी व पोषाहार के लिए उपयोग में लिए जा रहे हैं। विधालय की 8 कक्षाओं के लिए शेष 4 कक्षो मे संचालन करना शिक्षकों के लिए मुसीबत बन गया है। ऐसे में अध्ययन को लेकर विद्यार्थियों को कभी बाहर तो कभी बरामदे में बैठना पड़ रहा है। भवन क्षतिग्रस्त होने से छात्रो का अध्ययन कार्य दांव पर लगा हुआ है।
कार्यालय संचालन बना परेशानी
इस प्राथमिक मे विद्यालय भवन क्षतिग्रस्त होने व भवन की कमी के कारण पहले से परेशानी हो रही थी। ऊपर से इसी विद्यालय में के भवन मे बने ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय का संचालन किया जा रहा है। विद्यालय में कुछ ठीक-ठाक कक्षो में से चार कक्षों मे सीबीईओ कार्यालय ने अपना कब्जा जमा रखा है। ऐसे में भवन की कमी और बढ़ गई है एवं विद्यालय प्रशासन को 8 कक्षाओं का संचालन करवाना परेशानी बन गया है। मजबूरन छात्र छात्राओं को भवन के अभाव में बरामदे में या पेड़ के नीचे खुले में अध्ययन करवाना पड़ रहा है।
एसएमसी बैठक में कई बार विद्यालय की जर्जर स्थिति का प्रस्ताव लेकर पंचायत, एवं शिक्षा विभाग को भेजा है। लेकिन विभाग द्वारा फंड नहीं होने की बात कहकर अनदेखी की जा रही है। विद्यालय के कुछ भवन मे सीबीईओ कार्यालय ने कब्जा जमा रखा है। दूसरे कक्षा कक्ष जर्जर है। इसकी जल्द ही मरम्मरत की जरूरत है।
-कुलदीप जोशी, वार्डपंच व एसडीएमसी उपाध्यक्ष
बारिश मे कमरे की छतों से पानी टपकता रहता है । विद्यालय में छत गिरने का डर रहता है। प्रस्ताव लेकर कई बार उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया । लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। सांवरी विश्नोई, प्रधानाध्यापिका, गुड़ामालानी
उपखंड का सबसे पुराने विद्यालय का भवन जर्जर अवस्था में है। कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। विद्यालय भवन में सीबीईओ कार्यालय संचालित हो रहा है। अधिकारियों का ध्यान जर्जर विद्यालय पर नहीं जा रहा है। -बिजलाराम चौहान, प्रधान-गुड़ामालानी
Source: Barmer News