जोधपुर।
जोधपुर से निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सालावास रेलवे स्टेशन के नजदीक तनावड़ा गांव के खसरा संख्या 218, 189 व 183 के पास प्रस्तावित नए इनलेण्ड कंटेनर डिपो (आईसीडी) की कवायद तेज हो गई है। राज्य सरकार की ओर से जयपुर की कैमटेक प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी को प्रस्तावित आईसीडी का डीपीआर बनाने का जिम्मा सौंपा गया है, यह कम्पनी आईसीडी का खाका तैयार कर पेश करेगी। जिस पर अंतिम निर्णय के बाद काम शुरू कर दिया जाएगा। इससे कंटेनरों की लंबी कतारों की समस्या का काफी हद तक निदान होगा, कंटेनर समय पर निर्यात हो सकेंगे।
गौरतलब है कि जोधपुर से विदेशों में निर्यात होने वाले विभिन्न औद्योगिक उत्पादों के कंटेनरों को समुद्री बन्दरगाहों तक ले जाने के लिए 3 इनलेण्ड कंटेनर डिपो (आईसीडी) है। जो दिनोंदिन बढ़ रहे कारोबार को देखते हुए छोटे पड़ते जा रहे है। इस कारण डिपो के बाहर लंबी कतारें लग जाती है। जोधपुर प्रदेश का पहला शहर होगा, जहां चार आईसीडी होंगे। जयपुर में दो ही आईसीडी है।
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राजसीको ने जेडीए से की भूमि की मांग
नए आईसीडी के लिए राजसीको की ओर से जोधपुर विकास प्राधिकरण से 25 हेक्टेयर भूमि की मांग की गई है। वहीं, प्रधानमंत्री गतिशक्ति योजना के तहत इसके लिए करीब 70 लाख रुपए की स्वीकृति दी गई है।
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सालाना 40 हजार कंटेनर्स का निर्यात
जोधपुर हैण्डीक्राफ्ट सहित कृषि प्रसंस्करण उत्पादों, टेक्सटाइल, स्टील आदि उद्योगों का हब बनता जा रहा है। जोधपुर से सालाना करीब 35-40 हजार कंटेनर्स निर्यात किए जाते है, जिसमें 75-80 फीसदी कंटेनर्स हैण्डीक्राफ्ट उत्पादों के होते है। इसके अलावा कृषि प्रसंस्करण उत्पादों सहित अन्य औद्योगिक उत्पादों के कंटेनर्स भी निर्यात होते है।
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वर्तमान में जोधपुर में तीन आईसीडी
– न्यू पॉवर हाउस रोड पर रेलवे कॉनकोर का कंटेनर डिपो।
– रीको औद्योगिक क्षेत्र बासनी द्वितीय चरण में राजसीको का।
– पाल रोड पर निजी क्षेत्र का थार ड्राई पोर्ट।
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हाल ही, जयपुर के कैमटेक कम्पनी के पदाधिकारियों के साथ मीटिंग हुई थी, जिसमें जोधपुर के प्रमुख उद्यमी शामिल हुए थे। यह कम्पनी डीपीआर तैयार कर उद्योग विभाग मुख्यालय को सौँपेगी।
एसएल पालीवाल, संयुक्त निदेशक
जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र, जोधपुर
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Source: Jodhpur