बाड़मेर. शस्त्र पूजन हमारी पौराणिक परंपरा है और सीमाजन कल्याण समिति हर शक्ति केंद्र तक जाकर शस्त्र पूजन कार्यक्रम आयोजित कर राष्ट्र रक्षा के भाव के साथ शक्ति समाहित करने का संदेश जाग्रत करती है । हमें शस्त्र और शास्त्र दोनों का ज्ञान होना जरूरी है । उक्त उद्गार सीमाजन कल्याण समिति के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अम्बालाल जोशी ने सीमाजन कल्याण समिति की ओर से सती दक्षीयाणि माता मंदिर में शस्त्र पूजन कार्यक्रम में व्यक्त किए। सीमाजन कल्याण समिति के जिला मंत्री छुगसिंह गिराब ने बताया कि सीमाजन कल्याण समिति ने जिला मुख्यालय, तहसील मुख्यालय और शक्ति केंद्र पर शस्त्र पूजन कार्यक्रम आयोजित किए ।
यह भी पढ़ें: पौराणिक सभ्यता और संस्कृति की पहचान पथ प्रेरणा यात्रा – रोलसाहबसर
जिला मुख्यालय पर जिला संरक्षक भंवरसिंह अकली ,ओम प्रकाश चण्डक और नारायण लाल खत्री के सानिध्य में कार्यक्रम हुआ । मंत्रोच्चार के साथ शस्त्रों की पूजा की गई । इस दौरान सुशील भंडारी ,अशोक गीगल ,नारायणसिंह कोटड़ा ,देवीलाल कुमावत ,कमलेश सांझीरा ,गुलाबसिंह कोटड़ा ,रघुवीरसिंह तामलोर ,रामलाल ,मनोज आचार्य ,दिनेशपाल सिंह लखा ,हीरालाल खोरवाल ,रमेश सोलंकी ,कौशल जोशीमौजूद रहे ।
यह भी पढ़ें: थार की बेटियां कैसे करें सरस्वती वंदना, जब शिक्षालय ही हो रहे बंद
खत्री अध्यक्ष और राजपुरोहित मंत्री मनोनीत-बाड़मेर. सीमाजन कल्याण समिति की नगर कार्यकारिणी की घोषणा जिला संरक्षक भंवरसिंह अकली ने की । इसमें नगर अध्यक्ष लोकतंत्र सेनानी नारायण लाल खत्री , उपाध्यक्ष नारायणसिंह कोटड़ा और रमेश शारदा , मंत्री दिनेशपाल सिंह राजपुरोहित लखा,सहमंत्री मनोज आचार्य , सम्पर्क आयाम प्रमुख रमेश सोलंकी, भूरचंद जांगिड़ सह आयाम प्रमुख , रमेश कुमावत युवा आयाम प्रमुख , सह प्रमुख लव कुमार जोशी ,श्रद्धा आयाम प्रमुख जीवराज शर्मा ,हीरालाल खोरवाल सह प्रमुख ,सुशील कुमार बोहरा कोष प्रमुख ,कमलेश सांझीरा सह प्रमुख व नीम्बसिंह ताणु को प्रचार प्रमुख घोषित किया गया ।
Source: Barmer News