बाबू सिंह भाटी, रामसर. बाड़मेर जिले के रामसर उपखंड के 17 से अधिक गावों को जोड़ने वाला रामसर से पांधी का पार जाने वाले रास्ते पर रेलवे समपार कई वर्षों से बंद है। इस कारण करीब 17 गांवों के निवासियों को रामसर पहुंचने के लिए 5 किलोमीटर बजाय 20 किमी का गोता लगाना पड़ रहा है।
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बंद सम पार से हो रही ये परेशानियां…
-ग्राम पंचायत रामसर के करीब 200 परिवार रास्ते जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित । – लम्बा रास्ता होने से आपातकालीन स्थितियों में हो रही अनहोनी
-जाड़ेजो की ढाणी में स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय में कर्मचारी,अधिकारीयों हो रहे परेशान।
-नागरिक सेवाओं के लिए पुलिस विभाग एवं अन्य सभी विभागों के कर्मचारी ,अधिकारियों सीधी पहुंच नहीं।
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इन गांव के बाशिंदे हो रहे परेशान… पांधी का पार, जालीला, अबे का पार,डब्बे का पार, चांदे का पार, सुराली, भुक्कड़, लखड़ियाली, माणक की ढाणी, तैयब की ढाणी, जाड़ेजो की ढाणी, भोजारिया, सेलाऊं, गंगानी, निंबानी, किंनडीया, मेकरणवाला,जाने की बेरी गांवों के वाशिंदे परेशान हो रहे हैं।
बंद समपार से ग्रामीणों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। ग्रामीण रामसर जाने के लिए 20 किलोमीटर का गोता लगा गागरिया होकर रामसर जाने को मजबूर है। –निंबसिंह, जाडेजों की ढाणी.
‘समपार को खोलने के लिए ग्राम पंचायत रामसर ने रेलवे विभाग को पत्राचार किया गया ।जिसके तहत रेलवे विभाग ने बताया कि इस समपार को खोलने व बंद करने के लिए जिला कलक्टर के अनुमति की आवश्यकता होती है। –गिरीश खत्री, रामसर सरपंच
Source: Barmer News