बाड़मेर. थार में घातक हो रहा बुखार जिंदगियां लील रहा है। चिकित्सा विभाग मृतकों के मामलों में डेंगू और मलेरिया की पुष्टि नहीं कर रहा है। इस बीच मंगलवार को बाड़मेर जिला अस्पताल के पीडिया वार्ड में भर्ती एक और बच्चे की बुखार से मौत हो गई। जबकि दो दिन पहले एक युवक व 8 अक्टूबर को मलेरिया पॉजिटिव बच्चे की मौत हो गई थी। जिले में बुखार अब तक तीन की जिंदगियां ले चुका है।
बाड़मेर के राजकीय अस्पताल में भर्ती गणेश (8) पुत्र राणाराम निवासी शास्त्रीनगर बाड़मेर की मंगलवार को उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। उसे एक दिन पहले सोमवार को ही जिला अस्पताल में गंभीर स्थिति में भर्ती किया गया था। भर्ती के वक्त ही चिकित्सकों ने गंभीर हालात को देखते हुए उसे जोधपुर ले जाने की सलाह दी थी। उसे दूसरे दिन मंगलवार को भी सुबह 5 बजे फिर से रैफर करने के लिए परिजनों को कहा गया। इस बीच बच्चे का दम टूट गया।
डेंगू पीडि़त युवक की मौत
जिले के शिव निवासी एक युवक की डेंगू से सोमवार को मौत हो गई। परिजन सांवलसिह के अनुसार देरावरसिंह (20) पुत्र भंवरसिह निवासी शिव की जांच में सोमवार को डेंगू की पुष्टि हुई। उसकी हालात गंभीर होने पर जिला अस्पताल में उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था। इस बीच रैफर के दौरान पालनपुर ले जाते वक्त रास्ते में उसका दम टूट गया। इससे पहले बुखार पीडि़त रामसर क्षेत्र के एक बच्चे की चार दिन पहले मृत्यु हो गई थी। परिजनों के अनुसार उसकी मलेरिया जांच पॉजिटिव आई थी।
गंभीर हालत में लाए थे
बच्चे को एक दिन पहले ही भर्ती किया गया था, परिजन जब उसे अस्पताल लेकर आए तभी उसकी हालत काफी गंभीर थी। उसे सेप्टीसीमिया हो गया था।
-डॉ. हरीश चौहान, वरिष्ठ विशेषज्ञ शिशुरोग राजकीय जिला अस्पताल बाड़मेर
डेंगू-मलेरिया नहीं था
बच्चे की डेंगू-मलेरिया से मौत नहीं हुई है। हां वह बुखार से पीडि़त जरूर था। जब अस्पताल में भर्ती करवाया तब हालत काफी गंभीर थी।
-डॉ. बीएल मंसूरिया, अधीक्षक एवं पीएमओ राजकीय जिला अस्पताल बाड़मेर
Source: Barmer News