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जोधपुर. सूर्यनगरी जोधपुर की पावन धरा एक दशक के बाद भगवान राम की लीलाओं की साक्षी बनी। रामलीला आयोजन समिति की ओर से प्रबंध समिति आदर्श विद्या मंदिर, जोधपुर के तत्वावधान में लाईट एंड साउंड के नवीनतम अत्याधुनिक प्रयोग पर आधारित बहु मंचीय सम्पूर्ण रामलीला का शुभारंभ मारवाड़ के प्रमुख संत व धर्मगुरुओं के सानिध्य में किया गया। कलाकारों ने भगवान श्री राम के जीवन चरित्र की मनमोहक प्रस्तुतियों से दर्शकों का दिल जीता।

प्रारंभ में जूना रामद्वारा के महंत अमृत राम, सैनाचार्य अचलानंद गिरि, सूरसागर रामद्वारा के महंत रामप्रसाद, बड़ा रामद्वारा चांदपोल के संत हरिराम शास्त्री आदि संतों ने पूजन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। समिति अध्यक्ष डॉ. निर्मल गहलोत, स्वागताध्यक्ष देवेंद्र बुड़िया, महासचिव रमेश भण्डारी, कोषाध्यक्ष अशोक पंवार ने संतों का स्वागत किया। रामलीला मंचन से पूर्व समिति अध्यक्ष डॉ. निर्मल गहलोत ने विद्या भारती प्रबंध समिति का संक्षिप्त परिचय दिया। सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास, महापौर उत्तर कुंती देवड़ा, उप महापौर किशन लड्ढा आदि का समिति की ओर से स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मान किया गया।

आतिशबाजी ने मोहा मन

रामायण के विविध प्रसंग मंचन के दौरान आतिशबाजी ने दर्शकों का मन मोहा। दर्शकों के हृदय में रामभक्ति के ज्वार का अद्भुत नजारा देखने को मिला। रामलीला मंचन के दौरान राम का धरती पर अवतरण दृश्य हो या सीता स्वयंवर में राम की ओर से शिव धनुष को तोड़ना हो ऐसे कई दृश्यों पर श्रीराम के जयकारों से संपूर्ण केशव परिसर गूंज उठा।

गोस्वामी सुशील महाराज के कुशल निर्देशन और 100 से अधिक कलाकारों के बेहतरीन नाट्य मंचन से परिसर में मौजूद प्रत्येक दर्शक मंचन के दौरान रामायण युग का जीवंत अनुभव करने लगा था।

Source: Jodhpur

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