बाड़मेर पत्रिका.
घरेलू कच्चा तेल उत्पादन को लेकर उत्पादन साझा अनुबंध दस का विस्तार किया गया है। तेल कंपनी केयर्न ऑयल एण्ड गैस और केन्द्र सरकार के बीच इस अनुबंध को लेकर करीब पंद्रह साल से खींचतान चल रही थी। इस अनुबंध बाद अब बाड़मेर में तेल उत्पादन को गति मिलेगी। बाड़मेर में अभी 1.13 लाख बैरल प्रतिदिन तेल का उत्पादन हो रहा है, जिसे अब 5 लाख बैरल प्रतिदिन तक पहुंचाने का इरादा है।
वेदांता लिमिटेड की एक यूनिट और भारत में तेल एवं गैस की खोज और उत्पादन करने वाली सबसे बड़ी निजी कंपनी केयर्न ऑयल एंड गैस को अगले दस वर्षों (मई 2030)तक पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय (एमओपीएनजी) से अपने राजस्थान ब्लॉक के लिए प्रोडक्शन शेयरिंग कॉन्ट्रैक्ट (पीएससी) को बढ़ाने के लिए स्वीकृति मिली है।
5 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश होगा
भारत के घरेलू क्रूड उत्पादन में 50 प्रतिशत योगदान देने के अपने लक्ष्य को लेकर हम दृढ़ हैं और इसके लिए हम 5 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश करेंगे और प्रतिदिन 5 लाख बैरल के बराबर तेल का उत्पादन हासिल करेंगे।-प्रचुर साह
डिप्टी सीईओ, केयर्न ऑयल एंड गैस
यों थम गया था तेल उत्पादन(उत्पादन साझा अनुबंध को लेकर चल रही खींचतान के बीच बाड़मेर में तेल उत्पादन बढऩे की बजाय यों घटा)
2012-13-2.25 लाख बैरल
2013-14-2.25 लाख बैरल
2016-17-2.00 लाख बैरल
2017-18- 1.75 लाख बरैल
2018-19-1.65 लाख बैरल
2019-20-1.50 लाख बैरल
2020-21-1.40 लाख बैरल
2021-22-1.13 लाख बैरल
पत्रिका ने हाल ही में किया था यह खुलासा
कंपनी-सरकार आमने-सामने
तेल कंपनी और सरकार आमने-सामने है। उत्पादन साझा अनुबंध को कंपनी 2030 तक के लिए मांग रही है लेकिन सरकार इसको छोटी-छोटी मियाद में बढ़ा रही है। इसको लेकर न्यायालय तक मामला पहुंचा। केन्द्र सरकार 10 प्रतिशत राजस्व हिस्सेदारी और मांग रही है, कंपनी अब तक दी जा रही 60 प्रतिशत हिस्सेदारी को भी ज्यादा बता रही है।
यह है स्थिति
– 38 तेल कुएं
– 5.9 बिलियन बैरल हाइड्रोकार्बन
– 700 मिलियन बैरल्स उत्पादन किया
पत्रिका ने मुद्दे को बनाए रखा
राजस्थान पत्रिका ने इस मामले में लगातार समाचारों से मुद्दे को बनाए रखा। अनुबंध नहीं होने से तेल उत्पादन नहीं बढऩे के हाल ही के दिनों में प्रकाशित समाचारों में उल्लेख किया गया कि केन्द्र सरकार व कंपनी की अनबन के चलते राजस्व का बड़ा नुकसान हो रहा है। तेल मौजूद होते हुए भी उत्पादन नहीं करने की आपसी खींचतान को पत्रिका ने उजागर किया था।
इधर रिफाइनरी को में स्थापित हुई वीजीओ एचडीटी रिएक्टर
बाड़मेर के लिए ऐतिहासिक दिन…
बाड़मेर रिफाइनरी परियोजना के लिए ईआईएल टीम ने वीजीओ एचडीटी रिएक्टर का आज पचपदरा में सफलता से स्थापित किया। वीजीओ एचडीटी रिएक्टर स्थापित करने के लिए ईआईएल टीम ने प्रयास किए। नर्मदा मुख्य नहर को पार करने के लिए 18 दिनों में एक अस्थायी स्टील पुल के डिजाइन और निर्माण सहित अद्वितीय इंजीनियरिंग प्रयासों के माध्यम से गुजरात के मूंदड़ा बंदरगाह से पचपदरा तक इस विशाल उपकरण के परिवहन के दौरान आने वाली कई चुनौतियों का सामना किया ।
Source: Barmer News