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Rajasthan Vidya Sambal Yojana : ओसियां। राज्य सरकार द्वारा शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाने तथा रिक्त पदों को भरने के लिए शुरू की गई विद्या संबल योजना में आवेदन के लिए स्पष्ट दिशा निर्देश के अभाव में बेरोजगार दर दर भटकने को मजबूर हो रहे हैं। गौरतलब है कि इस योजना के तहत लेवल प्रथम में बीएसटीसी या समक्ष डिग्री प्राप्त तथा लेवल टू के लिए बीएड या समक्ष के अलावा शारिरिक शिक्षक पद के लिए भी आवेदन मांगे गए हैं। सरकार की इस योजना के तहत शिक्षित बेरोजगारों बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं, मगर स्पष्ट दिशा निर्देश के अभाव में अभ्यर्थी दर-दर भटकने पर मजबूर हैं।

शपथ पत्र को लेकर असमंजस
विद्या सम्बल योजना में आवेदन के लिए विभाग द्वारा जारी किए गए आवेदन फार्म में शपथ पत्र का एक प्रारूप हैं। इस प्रारुप को लेकर ही सम्बंधित पीईईओ और शिक्षित बेरोजगारों के बीच असमंजस की स्थिति बनी हुई हैं। आवेदन कर्ता बता रहे हैं कि इस प्रारूप में लिखी भाषा के अनुसार यह सिर्फ चयनित होने वाले उम्मीदवार के लिए ही हैं, जबकि कई पीईईओ आवेदन करने वाले सभी अभ्यर्थियों के लिए कम से कम 50 रुपए के स्टाम्प पर इसे अनिवार्य बताकर आवेदन कर्ताओं को बैरंग लौटा रहे हैं।

विभागीय कर्मचारियों में भी मतभेद
इस संबंध में सीबीईईओ कार्यालय ओसियां के आरपी भींयाराम ने बताया कि आवेदन के समय स्टाम्प अनिवार्य नहीं हैं। उधर पीईईओ ओसियां पुखराज चाण्डक ने बताया कि आदेवन को लेकर स्टाम्प का कोई स्पष्ट उल्लेख नहीं हैं। पीईईओ नेवरा कानाराम खोड ने बताया कि स्पष्ट दिशा निर्देश के अभाव में कुछ पीईईओ स्टाम्प ले रहे हैं। डीओ कार्यालय जोधपुर के पुरषोत्तम राज पुरोहित ने बताया कि नौकरी लग रही है तो स्टाम्प देने में क्या हर्ज हैं।

किरमसरिया स्कूल में आवेदन जमा करवाने गए कैलाश चौधरी ने बताया कि वहां के पीईईओ ने बिना स्टाम्प के आवेदन लेने से मना कर दिया। उधर राउमावि ओसियां में आवेदन पत्र जमा करवाने वाले अभ्यर्थियों ने बताया कि उनसे किसी ने स्टाम्प नहीं मांगा। आवेदनकर्ता शिक्षित बेरोजगारों ने बताया कि आवेदन पत्र में स्टाम्प में स्टाम्प पर शपथ पत्र की अनिवार्यता का आवेदन पत्र में कहीं जिक्र नहीं हैं फिर भी बिना वजह कई पीईईओ परेशान कर रहे हैं।

इससे आवेदनकर्ता को संबंधित स्कूल से निराश होकर शपथ पत्र के लिए पुन: तहसील या उपखण्ड मुख्यालय आना पड़ता हैं। दूसरी ओर तहसील या उपखण्ड मुख्यालय पर 10 रुपए का स्टाम्प मिलता ही नहीं हैं। ऐसे में मजबूरन 50 या 100 रुपये का स्टाम्प खरीदना पड़ता हैं, जो विभिन्न शुल्क के साथ 180 रुपए में मिलता हैं। फिर टाइप करवाकर नोटरी करवाने आदि सहित एक स्टाम्प 300 से 500 रुपए में बनकर तैयार होता हैं। समय की बर्बादी के साथ साथ किराया भाड़ा अलग से अदा करना पड़ता हैं। आवेदनकर्ताओं ने बताया कि विभाग को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।

Source: Jodhpur

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