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डेंगू का असर पूरे प्रदेश में बना हुआ है। बरसात के बाद शुरू हुए डेंगू रोगियों का आंकड़ा प्रदेश में 10 हजार के पास पहुंच चुका है। लेकिन हैरत की बात यह है कि डेंगू के बड़े आंकड़े को देखते हुए मौतें केवल 6 बताई जा रही है। जो आंकड़ों पर सवाल पैदा करती है। वहीं स्क्रब टायफस के 1667 केस में ही मौतों का आंकड़ा 22 तक पहुंच गया। स्वाइन फ्लू को बेअसर माना जाना रहा है, जबकि सीजन में कुल 11 रोगियों को निगल चुका है।
पूरे राजस्थान में डेंगू विकराल रूप से फैला है। सभी जिलों में बरसात के बाद सैकड़ों की संख्या में रोगी मिले हैं और सिलसिला अभी भी बना हुआ है। जयपुर जिले में सबसे अधिक केस है और दूसरे नम्बर पर बाड़मेर है। पॉजिटिव केस के मुकाबले मौतों का आंकड़ा काफी कम है। जयपुर जिले में साढ़े तीन हजार केस मिले हैं, जबकि मौत केवल एक हुई है। वहीं बाड़मेर जिले में विभाग ने डेंगू से मौत होने से इनकार किया है।
स्वाइन फ्लू और स्क्रब टायफस जानलेवा
स्क्रब टायफस से इस साल सबसे ज्यादा मौतें हुई है। चिकित्सा विभाग के आंकड़े बताते हैं कि 20 अक्टूबर तक कुल 22 की मौत हुई। वहीं कुल 1667 केस मिले है। सबसे अधिक 8 मौतें अलवर जिले में हुई है। वहीं उदयपुर में सर्वाधिक 402 पॉजिटिव केस मिले है। इसी तरह स्वाइन फ्लू से कुल 11 मौते हुई है। कुल पॉजिटिव केस 356 मिले है।
जोधपुर संभाग के 4 जिले स्वाइन फ्लू फ्री
सीजन में केवल जोधपुर में अब तक 5 और पाली में स्वाइन फ्लू के एक नमूने की जांच हुई। सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई। जबकि बाड़मेर, जैसलमेर, जालोर व सिरोही में एक भी स्वाइन फ्लू संदिग्ध रोगी नहीं मिलने से सीजन में एक भी नमूना नहीं लिया गया। संभाग के चार जिले अभी तक स्वाइन फ्लू से फ्री रहे है।
मलेरिया से एक भी मौत नहीं
पूरे प्रदेश में सीजन में मलेरिया से एक भी मौत रिपोर्ट नहीं हुई है। चिकित्सा विभाग के अनुसार अब तक कुल 1344 पॉजिटिव केस मिले है। सबसे अधिक 472 केस बाड़मेर जिले में सामने आए है। वहीं दूसरे नम्बर पर 275 केस के साथ जैसलमेर है।
एक्सपर्ट व्यू
बरसात के बाद इस सीजन में मौसमी बीमारियों के मरीज बहुत अधिक बढ़े है। ओपीडी समय के बाद भी लाइनें लगी रहती है। डेंगू के केस पहले कभी इतने ज्यादा नहीं आए हैं। शहर के कुछ क्षेत्रों और ग्रामीण इलाकों से डेंगू के मामले बहुत अधिक मिले है। कुछ परिवार भी आए, जो सभी डेंगू पॉजिटिव पाए गए। डेंगू केस मिलने का सिलसिला जारी है। ओपीडी में आने वाला प्रत्येक दूसरा मरीज डेंगू संदिग्ध है। सीबीसी टेस्ट में प्लेटलेट कम मिल रही है। बुखार तीन-चार दिनों तक नहीं टूट रहा है। हाईग्रेड फीवर और बार-बार उल्टी आना डेंगू के लक्षण है। ऐसे मरीज काफी बढ़े है।
डॉ. थानसिंह (मेडिसिन) राजकीय जिला अस्पताल बाड़मेर
राजस्थान : बीमारियों के आंकड़े-2022
बीमारी ………पॉजिटिव…….. मौत
डेंगू ……………..9061 ……..06*
मलेरिया ……….1344 ……..00*
चिकनगुनिया….. 168…….. 00*
स्वाइन फ्लू ……….356……… 11
स्क्रब टायफस……. 1667……. 22
(स्रोत…चिकित्सा विभाग। *आंकड़े 3 नवम्बर तक– आंकड़े 20 अक्टूबर तक)

Source: Barmer News

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