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रतन दवे
सूरत से विधानसभा चुनाव के लिए
दक्षिण गुजरात भाजपा का गढ़ है। पिछले 27 साल से प्रचण्ड बहुमत से जीत रही भाजपा के लिए कहावत बन गई है कि जिसको भाजपा ने टिकट दिया समझो वो जीत गया,लेकिन एक साल पहले ही सूरत निकाय चुनावों में आम आदमी पार्टी(आप) ने 27 सीटें जीतकर एक अण्डरकरंट ला दिया है। अपनेआप में सिमटी कांग्रेस की बजाय अब विधानसभा की सूरत की 12 सीटों में से 05 सीट पर आप का वजूद आंका जाने लगा है।
आम आदमी पार्टी 2017 में गुजरात में और पाटीदार आंदोलन भी सुर्खियों में था लेकिन आम को खास फायदा नहीं हुआ,लेकिन सूरत निकाय चुनावों में आम आदमी ने एकदम झटका दिया। 130 सीट में से 93 भाजपा जीती वो इतना चर्चा में नहीं आया जितना करंट आप ने 27 सीटें लाकर दे दिया। कांग्रेस की एक सीट नहीं थी। सूरत की इसी जीत ने आप का हौंसला बढ़ा दिया और पूरे गुजरात और सूरत में आप की बड़ी एंट्री तो हुई ही विधानसभा में भी कांग्रेस से पहले आप का नाम लिया जाने लगा है। यहां सूरत में 12 सीटों में भाजपा का पक्ष मजबूती से रखने वाले भी कहते है, आप की एंट्री हो चुकी है।
वराछ पर सबकी नजर
सूरत की पांच सीट काम्बरेज, वराछ, करंज, सूरत उत्तर और कतारगांव चर्चा में है। यह पाटीदार बाहुल्य इलाका है और यहां सौराष्ट्र कच्छ के अधिक मतदाता है। पाटीदारों के आंदोलन के नेता अल्पेश कथीरिया को वराछ से आम आदमी ने मैदान में उतारा है। वराछ से ही सूरत निकाय चुनावों में अधिकांश सदस्य जीते थे,ऐसे में इस इलाके में भाजपा के सामने आप चुनौती दे रही है। वराछ, काम्बरेज, करंज, उत्तर गुजरात और कतारगांव इन पांच सीट पर पाटीदार बाहुल्यता है।
आप की पूरी ताकत, भाजपा का जोर
आम आदमी पार्टी ने अपनी पूरी ताकत दक्षिण गुजरात के इस इलाके में झौंक दी है। सूरत का आप का मुख्य कार्यालय तो यहां है ही आम आदमी के मुख्य चेहरे रामधडुक को काम्बरेज, अप्लेशकथीरिया को वराछ, प्रदेश संगठन मंत्री मनोज सोरठिया को करंज, सूरत शहर प्रमुख महेन्द्र नावडिय़ा को सूरत उत्तर और प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया को कतार गांव से मैदान में उतारकर जता दिया है आप पूरी ताकत यहां लगा रही है। सामने भाजपा ने काम्बरेज से विधायक रहे वी डी झालवाडिय़ा का टिकट काटकर प्रफुल्ल पांसेरिया को दिया है,ताकि ताकतवर उम्मीदवार आए। वराछ से मंत्री रहे कुमार कानानी तीसरी बार, करंज से प्रवीण घोघड़ी दूसरी बार, सूरत उत्तर से कांतिलाल बलर दूसरी बार, कतार गंाव से मंत्री रहे विनोद मोरडिय़ा चुनाव लड़ेंगे जो भाजपा के इलाके के प्रमुख चेहरे है।
कांग्रेस अपनेआप में सिमटी
कांग्रेस के लिए दक्षिण गुजरात में कमोजर स्थितियां है। लगातार जीत रही भाजपा ने कांग्रेस को सत्ता से बहुत दूर कर दिया तो अब आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के वोटर्स पर ऐसा कब्जा कियाा है कि सूरत निकाय चुनाव में तो कांग्रेस खाता ही नहीं खोल पाई। विधानसभा में भी कांग्रेस अपनेआप में सिमटी हुई है।

Source: Barmer News

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