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जोधपुर. देवस्थान विभाग की जोधपुर संभाग में कुल 286 संपदाओं का मासिक किराया वसूलने का जिम्मा अब ठाकुरजी के भरोसे ही है । ठाकुरजी की संपदा पर कुल 357 किराएदार है जिनमें 258 आवासीय और 99 व्यवसायिक है। इनमें से अकेले राजकीय कार्यालयों का बकाया 50 लाख से अधिक है। कुंजबिहारी मंदिर परिसर में संचालित विद्यालय का किराया 18 लाख से अधिक हो चुका है। जसवंत सराय और उम्मेद चौक क्षेत्र में संचालित पुलिस चौकियों का किराया भी 4 लाख 50 हजार से अधिक है। राजरणछोड़दास मंदिर के पीछे संचालित पीएचइडी कार्यालय, ठाकुरजी की संपदा पर संचालित नगर निगम कार्यालय और नैनी बाई मंदिर में संचालित सेटलमेंट कार्यालय से भी किराए के रूप में लाखों बकाया है।

सभी को लिखित में नोटिस भेज चुके

नवीन किराया नीति 1 अप्रेल 2021 से लागू है। पिछले वित्तिय वर्ष में मुख्यालय व कार्यालय स्तर पर किराएदारों से 48 लाख रुपए की वसूली की गई थी। अब राजकीय महकमों से 50 लाख और अन्य किराएदारों से 55 लाख का किराया वसूला जाना है। देवस्थान विभाग बकाया राशि वसूली के लिए संबंधित राजकीय विभागों सभी किराएदारों को लिखित में नोटिस भेज चुका है। यदि समय पर भुगतान नहीं किया जाता है तो विभाग के कर्मचारी व्यक्तिगत रूप से जाकर वसूली करने को बाध्य हो जाएंगे।जतिन गांधी, सहायक आयुक्त, देवस्थान विभाग जोधपुर संभाग

किसका कितना बकाया

शिक्षा विभाग-18 लाखपुलिस विभाग-4.50 लाख

नगर निगम-10 लाखपीएचइडी-16.5 लाख

यह है भी है कारण

जोधपुर जिले में राजकीय प्रत्यक्ष प्रभार के 9 , आत्मनिर्भर श्रेणी के तथा राजकीय सुपुर्दगी श्रेणी के 11 मंदिर हैं । जैसलमेर में राजकीय प्रत्यक्ष प्रभार के 2 तथा पाली में राजकीय सुपुर्दगी एवं आत्मनिर्भर श्रेणी के है । इन मंदिरों के अधीन संपदा के किरायेदारों में अधिकांश मूल आवंटी की मृत्यु हो चुकी है। वारिस नियमन और उप किरायेदारी के नियमन मामले भी पेंडिंग है। लेकिन निरीक्षक व अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारियों के अभाव में मामलों का निस्तारण नहीं हो पा रहा है।

Source: Jodhpur

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