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राजेन्द्रसिंह देणोक

जोधपुर जिले के शेरगढ़ उपखण्ड के भुंगरा गांव में शादी समारोह में गैस सिलेण्डर फटना (Gas cylinder explodes ) और 12 जनों की मौत तथा 46 जनों का झुलसना महज हादसा भर नहीं है। जोधपुर (jodhpur) के महात्मा गांधी अस्पताल के एमरजेंसी वार्ड में उठती चित्कारें हमारे सुरक्षा उपायों पर सवाल उठा रही है। इस हादसे ने समूचे प्रदेश को झकझोर दिया है। शादी जैसे माहौल का मातम में बदल जाना हम सब के लिए चिंता का विषय का है।
केन्द्र और राज्य सरकार को तुरंत सुरक्षा के इंतजाम करने चाहिए, ताकि भविष्य में कोई ओर परिवार तबाही का मंजर न देखे। इस हादसे में दूल्हा और उसके परिवार सहित दर्जनों जिंदगियां अस्पताल में सांसें गिन रही है। दो माह में जोधपुर में इस तरह का यह दूसरा बडा हादसा है। इस हादसे को केवल जोधपुर के परिप्रेक्ष्य में नहीं लिया जाना चाहिए, ऐसी घटनाएं कहीं भी हो सकती है।

प्रदेश में शादियों का सीजन चल रहा है। शहर से लेकर गांव-ढाणी तक शहनाइयां-ढोल नगाड़े बज रहे हैं। ऐसे में किसी परिवार के साथ हादसा पेश आ जाए तो दुखों का पहाड़ टूटना ही है। भुंगरा गांव के सगतसिंह के परिवार के साथ भी ऐसा ही हुआ। सवाल यह है कि घर-घर गैस के कनेक्शन देने पर जितना ध्यान दिया जा रहा है क्या उतना ही सुरक्षा उपायों को लेकर चिंता की जा रही है? क्या उपभोक्ता गैस सिलेण्डर का उपयोग करने में सजग है? जब गैस सिलेण्डर देने से पहले सील चैक करने का नियम है तो रिसाव कैसे हो रहा है…? ऐसे ही दर्जनों सवाल है जो हमारे सिस्टम की खामियां उजागर कर रहे हैं।
गैस एजेंसियां तो गांवों तक पहुंच गई, लेकिन जागरूकता का कहीं नामोंनिशां नहीं है। गैस कनेक्शन जारी करने के बाद एजेंसिया उपभोक्ता के घर की तरफ झांकती तक नहीं। जब तय है कि उपभोक्ता को सिलेण्डर देने से पहले उसका उसका वजन और सील चैक करना जरूरी है तो फिर गैस लीक होने जैसी घटनाएं कैसे हो रही है। हकीकत तो यह है कि गैस-तेल कंपनियां उपभोक्ताओं को जागरूक करने के लिए कोई खास कदम नहीं उठातीं। यह सही है कि लोग सिलेण्डर का उपयोग करते समय लापरवाही करते हैं, लेकिन गैस एजेसिंया और सरकार अपने दायित्वों से मुंह नहीं मोड़ सकते। ऐसे हादसों से बचने के लिए सरकार को कठोर कदम उठाने चाहिए। गैस कंपनियों को भी महज गैस की बिक्री तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए, उपभोक्तओं को जागरूक बनाकर ऐसे हादसों पर अंकुश लगाने में अपना कर्तव्य निभाना चाहिए। उम्मीद है जोधपुर के हादसों से पूरा प्रदेश सबक लेगा।

Source: Jodhpur

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