Posted on

जोधपुर।
जिले के जाम्बा थानान्तर्गत (Police station Jamba) धोलासर गांव (Child marriage in Dholasar village) में बाल विवाह के दस साल बाद युवती ने ससुराल जाने से इनकार (A girl dined from child marriage) कर दिया। ससुराल वालों की धमकियों के बाद पंचायत ने बैठक बुलाई और 25 लाख रुपए दण्ड लगाने की तैयारी की तो परिजन की परेशानियों से आहत होकर युवती ने जहर खा लिया (Girl who dined from child marriage ate poison)। जिसे मथुरादास माथुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जाती है।
जानकारी के अनुसार धोलासर निवासी सरला (22) पुत्री पूनाराम बिश्नोई का 12 साल की उम्र में राजूराम से बाल विवाह हुआ था। दादी की मौत पर होने वाले मौसर में उसका बाल विवाह कराया गया था। तब राजूराम 26 साल का था। बाल विवाह के बाद सरला एमए कर रही है। अब ससुराल वाले ससुराल आने के लिए गौना करने का दबाव डाल रहे हैं।
युवती के बालिग होने के बाद से सुसराल वाले सरला को ससुराल भेजने की बातें करने लग गए थे। अब उनका दबाव बढ़ गया था, लेकिन सरला ने बाल विवाह को मानने से इनकार कर दिया। उसने अपने से 14 साल बढ़े युवक के साथ रहने से मना कर दिया था और पढ़कर नौकरी करने का निर्णय किया।
माता-पिता ने पुत्री के निर्णय का समर्थन किया। उन्होंने पुत्री के ससुराल वालों को गौने से मना कर दिया था। इस बीच, गत 8 दिसम्बर को समाज के लोगों ने गांव में पंचायत बुलाई थी। जिसमें पूनाराम पर पुत्री का गौना न करने के लिए 25 लाख रुपए दण्ड लगाने की तैयारी थी। इससे पूनाराम व उसकी पत्नी परेशान हो गए थे। माता-पिता को परेशान हालत में देख पुत्री सरला खेत पहुंची, जहां उसने कीटनाशक खा लिया था।
उल्टियां होने पर पता लगा तो परिजन अस्पताल ले गए
सरला खेत से घर लौटी तो उसे उल्टियां होने लग गईं। इससे परिजन को किसी जहरीला पदार्थ खाने की आशंका हुई। वे पुत्री को तुरंत फलोदी के राजकीय चिकित्सालय ले गए थे, जहां से उसे मथुरादास माथुर अस्पताल रैफर किया गया था। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष धनपत गूजर ने अस्पताल जाकर युवती के बारे में जानकारी ली और एसपी (ग्रामीण) अनिल कयाल से बातचीत कर सुरक्षा की मांग की। गूजर ने बताया कि अब युवती की हालत खतरे से बाहर है।
पुलिस के पाबंद कराने के बावजूद नहीं मानें
गौने के लिए दबाव डालने से परेशान होकर युवती के पिता ने 19 सितम्बर को जाम्बा थाने में लिखित शिकायत दी थी। पुलिस ने बयान दर्ज करने के बाद युवक व उसके घरवालों को पाबंद कराया था। कुछ दिन वे शांत रहे, लेकिन पिछले कुछ दिनों से फिर दबाव डालने लग गए थे।
अपहरण करने की दी थी धमकियां
परिजन का आरोप है कि पिछले काफी से समय युवक के घरवाले गौना करने के लिए दबाव डाल रहे थे। वे घर भी आए थे। पुत्री को ससुराल ने भेजने पर अपहरण की धमकियां तक दी थी।

Source: Jodhpur

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *