यात्रा चर्चा: भाजपा व कांग्रेस जिलाध्यक्ष मानते है संगठन के लिए बूस्टअप
बाड़मेर पत्रिका.
भाजपा जनाक्रोश यात्रा पर गांव-गांव में पहुंची है तो कांग्रेस के बाड़मेर के जनप्रतिनिधि इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी के साथ है। दोनों ही मुख्य दलों के लिए यह समय चुनावी रणनीति का हिस्सा है। इधर दोनों ही दलों के जिलाध्यक्ष इन यात्राओं का गणित बैठाने के साथ खुद भी इस जुगत में है कि उनको विधानसभा में टिकट मिल जाए तो चुनाव लड़े। पेश है दोनों जिलाध्यक्ष से यात्राओं को लेकर बातचीत के अंश-
पब्लिक का आक्रोश है,यह केवल कार्यकत्र्ताओं में रोष नहीं- आदूराम
आदूराम मेघवाल, जिलाध्यक्ष भाजपा
पत्रिका-जनाक्रोश यात्रा का क्या रेस्पोंस आ रहा है?
मेघवाल- जनता उमड़ रही है। कार्यकर्ता नहीं यह जनता के आक्रोश की यात्रा है। इसमें हमारे केन्द्र के मंत्री, संगठन के पदाधिकारी और बूथ स्तर तक के कार्यकर्ता को जोड़ा गया है। प्रदेश से मॉनीटरिंग हो रही है।
पत्रिका- क्या मुद्दे है, जिन पर आक्रोश नजर आ रहा है?
मेघवाल- कानून व्यवस्था बड़ा मुद्दा है, अपराध बढऩे से लोग परेशान है। बिजली आठ घंटे नहीं मिलने से किसान परेशान है। किसानों को ट्रांसफार्मर नहीं मिल रहे है। भ्रष्टाचार चरम पर है, बिना रुपए दिए काम नहीं होता है। महिलाओं पर अत्याचार बढ़ा है। अनुसूचित जाति-जनजाति के मामलों में भी सरकार विफल रही है।
पत्रिका- जनाक्रोश यात्रा के बाद क्या बहुत कुछ बदलेगा?
मेघवाल-सरकार कार्य करना नहीं चाहती है, बदलेगा क्या? अब लोग इस सरकार को ही बदलना चाहते है। विकास के नाम पर कुछ नहीं हुआ है। लोग त्रस्त है और 2018 के चुनावी वादे पूरे नहीं किए गए है। सरकार बदलकर ही अब जनता दम लेगी।
पत्रिका-आप खुद चुनाव लडऩा चाहते है, फिर यात्रा में कैसे मॉनीटर कर रहे है?
मेघवाल-मैने यह बात तो डेढ़ साल पहले कह दी थी,लेकिन अभी पूरी यात्रा का कॉर्डिनेशन कर रहे है। चौहटन में मैं ज्यादा समय देना चाहता हंू और चुनाव की इच्छा भी जता चुका हूं। संगठन के निर्णय के अनुरूप कार्य कर रहे है।
टिकट के दावेदार पहुंचे रहे है गांव-गांव, पब्लिक नहीं जुड़ी- फतेहखां
फतेहखां, जिलाध्यक्ष कांग्रेस
पत्रिका. भारत जोड़ो यात्रा को लेकर बाड़मेर का अभी क्या भूमिका है?
फतेहखां- 13 दिसंबर को बाड़मेर यूथ कांग्रेस के सदस्य साथ रहेंगे। 8 दिसंबर को कांगे्रस जिला कमेटी के सदस्य रहे थे। यह कांगे्रस के लोगों के लिए नया अनुभव है और इससे संगठन के लोग उत्साहित है।
पत्रिका- भारत जोड़ो और जनाक्रोश दोनों चल रही है, क्या पब्लिक में असर?
फतेहखां- जनाक्रोश नहीं है, यह तो पार्टी कार्यकर्ताओं की यात्रा है। शिव में भाजपा की टिकट के पंद्रह दावेदार है तो ये सभी दावेदार और पांच- सात अन्य लोग आ जाते है। पब्लिक रेस्पोंस नहीं है। भारत जोड़ो अलग यात्रा है,इसमें सभी का जुड़ाव हो रहा है।
पत्रिका- कितने लोग है जो लगातार भारत जोड़ो यात्रा में पैदल चल रहे है?
फतेहखां- बाड़मेर से मंत्री हेमाराम चौधरी, बायतु विधायक हरीश चौधरी और पचपदरा विधायक मदन प्रजापत लगातार पैदल साथ में है और अन्य कई कार्यकर्ता भी है। इस दौरान क्षेत्र की समस्याओं और वहां की बात भी लगातार सुनी जा रही है। यह अलग तरह का अनुभव है।
पत्रिका- आप तो जिलाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके,ऐसा क्यों?
फतेहखां-उदयपुर में हुए सम्मेलन में तय हुआ कि जो पांच साल से अधिक समय से जिलाध्यक्ष है, उनकी जगह दूसरे जिलाध्यक्ष आएंगे। मेरा कार्यकाल 11 साल का हो गया है। अब मैं चुनाव लडऩे का भी इरादा रखता हूं।
Source: Barmer News