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जोधपुर। शेरगढ़ के भूंगरा गांव में सिलेंडर ब्लास्ट प्रकरण में मृतकों की संख्या का ग्राफ दिनोंदिन बढ़ रहा है। इस घटना में सोमवार अलसुबह से दोपहर तक चार मरीजों की और मौत हो गई। सुबह एक नौ वर्षीय बालक की मौत हुई तो शाम उसी की मां भी महात्मा गांधी अस्पताल में चल बसीं। अब तक इस हादसे में 16 लोगों की जान जा चुकी हैं। 19 मरीजों की हालत गंभीर बताई जा रही हैं।

सिलेंडर ब्लास्ट में लोकेंद्र सिंह (9) 30 प्रतिशत तक झुलस गया था। इसके बाद से वह आइसीयू में एडमिट था। लोकेंद्र की इलाज के दौरान सोमवार अलसुबह पौने 4 बजे मौत हो गई। शाम साढ़े 4 बजे लोकेंद्र की मां जस्सू कंवर पत्नी भारतसिंह ने भी दम तोड़ दिया। जस्सू 90 प्रतिशत तक झुलसी हुई थी और आइसीयू में उपचाराधीन थीं। वह दो दिन पहले दम तोड़ चुके सुरेंद्र की बहन थी। इधर, इलाज के दौरान गंवरी देवी (40) और जमना कंवर (70) ने भी दम तोड़ दिया है। दूल्हा जस्सुकंवर के मौसी बेटा भाई था। जस्सु कंवर के पति का निधन हो चुका है।

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पड़ोसी महिला ने भी तोड़ा दम
मृतका जमना कंवर सगत सिंह की पड़ोसी थी। हादसे वाले दिन वह भी पाट बिठाई की रस्म में शामिल होने गई थी। जहां चौक में महिलाएं बैठी थीं, वहीं पर जमना कंवर मौजूद थी। इस हादसे में वह 60 प्रतिशत तक झुलस गई थी। बताया जा रहा है कि उनके पति भैरु सिंह की बीमारी के दौरान मौत हो चुकी है। इनके चार बेटे हैं और यह दूल्हे की पड़ोसी थी।

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बेटे के बाद खोया बेटी-दोहिता
सेना से सेवानिवृत्त जैसलमेर जिले में चोक निवासी डूंगरसिंह के दुख कम नहीं हो रहे। डूंगरसिंह के पुत्र सुरेंद्रसिंह की मौत के बाद दोहिता लोकेंद्र व बेटी जस्सु भी चल बसी।

Source: Jodhpur

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