जोधपुर।
बजरी खनन पर रोक लगाने के साथ ही पनपने वाला बजरी माफिया (Bajari mafia) सिर दर्द बन चुका है। बजरी के खनन से लेकर परिवहन तक में काम आने वाले डम्पर बिना नम्बर (Without number dumper running on roads) ही धड़ल्ले से सड़कों पर दौड़ रहे हैं। पुलिस की आंखों के सामने से ऐसे डम्पर निकलते हैं, लेकिन इनके खिलाफ कोई कार्रवाई तक नहीं होती है।
पुलिस व खनिज विभाग से बचने की जुगाड़
बिना नम्बर वाले डम्पर बजरी के अवैध खनन में लिप्त हैं। पुलिस और खनिज विभाग से बचने के लिए माफिया डंपरेां पर नम्बर प्लेट तक नहीं लगाते हैं। ताकि अवैध खनन अथवा अन्य किन्हीं मामलों में आसानी से पहचान नहीं हो पाए।
मिलीभगत : पुलिस की आंखों के सामने से निकलते हैं डम्पर
शाम को अंधेरा होते ही नदी व आस-पास बजरी माफिया सक्रिय हो जाता है। रातभर जेसीबी से खनन के साथ-साथ डम्परों में बजरी लोड कर परिवहन की जाती है। यह प्रक्रिया सुबह तक चलती है। अल-सुबह पुलिस की आंखों के सामने बिना नम्बर डम्पर धड़ल्ले से दौड़ते नजर आते हैं, लेकिन मिलीभगत के चलते पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है। अब माता का थान क्षेत्र में बजरी माफिया की गुण्डागर्दी के बाद पुलिस हरकत में आई है।
बाइक सवार को कुचलने वाला डम्पर भी बिना नम्बर
गत एक दिसम्बर की रात शिकारगढ़ में मुख्य रोड पर बिना नम्बर के एक डम्पर ने बाइक चालक को कुचल दिया था। उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। चालक बिना नम्बर को डम्पर भाग गया था।गुस्साए लोगों ने विरोध भी जताया था।
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एमवी एक्ट में चालान किए जाते हैं
बजरी से भरे अधिकांश डम्पर बिना नम्बर के दौड़ते हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है। एमवी एक्ट में चालान किए जाते हैं।
डॉ अमृता दुहन, पुलिस उपायुक्त (पूर्व) जोधपुर।
Source: Jodhpur