रतन दवे
बाड़मेर पत्रिका.
देश के सांसद आज बाजरे का सोगरा, घाट, राबड़ी तो जीमेंगे ही केक भी बाजरे का कटेगा। स्वाद को लजीज बनाएगी राजस्थानी काचरे ग्वारफली और केर सांगरी की सब्जी और जुबान जब चटखारे लेने लगेगी तो परोसे जाएगी ज्वर की रोटी, रागी का हलवा। रागी चटनी और ज्वार के पापड़ के साथ यह खाना और टेस्टी होगा और अंत में जब सांसद कहेंगे कुछ मीठा हो जाए तो परेासा जाएगा बाजरे का चूरमा और रागी का हलुआ। संसद का यह स्पेशल लंच मंगलवार को होगा। बाजरे को संयुक्त राष्ट्र महासंघ ने भारत के प्रस्ताव पर 2023 बाजरा वर्ष (मोटा अनाज) घोषित किया है,इस उपलक्ष में भारत का कृषि मंत्रालय यह विशेष लंच दे सांसदों को दे रहा है।
बाजरा मध्यभारत और एशिया का मुख्य खाद्य उत्पाद रहा है। विश्व का 20 फीसदी बाजरा भारत में पैदा होता है,एशिया में 80 प्रतिशत है। करीब 131 देशों के 60 करोड़ लोग बाजरा का उपयोग करते है लेकिन हाल ही के वर्षो में बाजरा उपयोग से कम हो गया। इस पर भारत ने 2018 में इसे चिन्हित किया और 2021 में संयुक्त राष्ट्र महासंघ के सामने बाजरा वर्ष घोषित करने का प्रस्ताव रखा,जिसका समर्थन 72 देशों ने किया। संयुक्त राष्ट्र महासंघ ने 2023 को बाजरा वर्ष घोषित किया और रोम में एफएओ ने उद्घाटन किया गया। भारत वर्ष 2023 को बाजरा वर्ष घोषित करने के बाद सर्वाधिक उत्साहित है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस वर्ष को जश्न के रूप में मनाने की बात कह चुके है,ऐसे में भारत सरकार का कृषि मंत्रालय इसकी जोर-शोर से तैयारी में है। इसी उपलक्ष में यह विशेष खाना आयोजित हो रहा है।
मैन्यू में यह खास
बाजरे का सोगरा, घाट(खींचड़ी),सूप(राबड़ी), बाजरे की कटलेट, केर सांगरी, काचरी ग्वारफली, गुड़ देसी घी, रागी की रोटी, चटनी, ज्वार की रोटी, मिक्स दाल, रागी का हलवा, रागी का बाउल, ज्वार के पापड़।
खास यह
– प्रधानमंत्री उपस्थित रहेंगे
– राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु को निमंत्रण
-800 सांसद राज्यसभा और लोकसभा के शामिल होंगे
-20 सेफ बाजरा-रागी व्यजंन स्पेशलिस्ट आएंगे
बाजरे के गुण
– उच्च प्रोटीन, फाइबर, विटामिन, लौह तत्व, कैल्सियम और मैग्रेशियम भरपूर
क्या होगा 2023 बाजरा वर्ष में
– खाद्य सुरक्षा एवं पोषण
– टिकाऊ उत्पादन एवं गुणवत्ता सुधार
– अनुसंधान, विकास और विस्तार योजनाएं बनेगी
Source: Barmer News