जुबां पर चढ़ा स्वाद तो मुंह से वाह
अंगुलिया चाटते रह गए माननीय ..
बाड़मेर पत्रिका.
संसद भवन के गलियारे में मंगलवार को बाड़मेरी बाजरे की रोटी, काचरे की सब्जी, लहसुन की चटनी, खींच और चूरमे का स्वाद माननीय(सांसदों) के ऐसे जुबां चढ़ा कि हर किसी के मुंह से वाह निकली और अंगुलियां चाटते रह गए। सर्दी के इस मौसम में बाजरे के व्यंजनों का यह लजीज स्वाद देने को बाड़मेर से कारीगर ही नहीं गए बाजरे से लेकर सारा किराणा सामान दिल्ली बाड़मेर से पहुंचा और भोज बाद उत्साहित हुए सेफ लीडर बालोतरा के मनमोहन माली बोले साहब, दिल्ली से तो हमने माचिस तक नहीं ली…सबकुछ हमारा था।
मोटा अनाज वर्ष 2023 के भोज में जब बाजरे के व्यंजन का नाम आया तो कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने अपने गृहजिले बाड़मेर के कारीगरों को चुना। बालोतरा के मनमोहन माली, कंदोई मगाराम की टीम चली। बाजरे के अन्य व्यंजन तो ठीक बात थी लेकिन गर्मागर्म बाजरे की रोटी का इंतजाम? इसके लिए 14 महिलाओं की टीम थी, जो ग्रामीण महिलाएं गवरीदेवी, भंवरीदेवी, ममता बालोतरा-बायतु व आसपास के क्षेत्र की चुनी गई। इन 14 महिलाओं व पूरी टीम को तैयार कर दिल्ली चलना तय हुआ। कंदोइयों का सुझाव था कि जब टीम बाड़मेर की है तो फिर बिलौने का घी, बाजरा, आटा और अन्य सामान भी यहीं से लें। एक गाड़ी में पूरी तैयारी के साथ पहुंचे। मनमोहन माली बताते है कि माचिस तक दिल्ली से नहीं ली और 18 प्रकार के व्यंजन बाजरे के उत्पाद के बनाए गए,जिसमें बाजरे का केक भी शामिल था ।
माननीय अंगुलियां चाटते रहे
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उप राष्ट्रपति जगदीश धनकड़, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, कृषि मंत्री नरेन्द्रसिं तोमर, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खरगे सहित देशभर के सांसद यहां पहुंचे। बाड़मेरी व्यंजनों का स्वाद उनके जुबां चढ़ तो वाह-वाह कहते नहीं थके और अंगुलियां चाटते रहे।
देखा, ऐसे बनती है रोटी
सांसद- मंत्री सोमवार की रात से ही यहां बड़े खाने की तैयारी में लगे थे। बाजरे की रोटी गर्मागर्म बनना और परोसना…यह देखने के लिए कई सांसद और मंत्री रसोई तक पहुंचकर देखकर गए। बाड़मेर की महिला कारीगर इसको लेकर उत्साहित थी।
18 व्यंजन बने
110 किलोग्राम बाजरी और 110 किलोग्राम ही देसी बिलौने का घी लेकर 18 लजीज व्यंजन बनाए गए। अक्षयतृतीय पर बनने वाला विशेष खींच और बाजरी का केक भी शामिल था ।
Source: Barmer News