जयनारायण व्यास विवि कर्मचारियों के मुंह पर सात माह से ताला
गड़बड़ी-घोटालों पर पर्दा डालने के लिए सेंसरशिप का काला आदेश
– हनुमान गालवा
जोधपुर. गड़बड़ी-घोटालों पर पर्दा डालने के लिए जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय ने शिक्षक और कर्मचारियों के बोलने या अपनी बात कहने पर सात माह से पाबंदी लगा रखी है। सेंसरिशप के इस आदेश में विश्वविद्यालय के सभी कर्मचारियों पर मीडिया से सीधी बात करने या किसी प्रकार की सूचना साझा करने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया हुआ है। यही नहीं, इस आदेश के पालना नहीं करने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।
यह है फरमान
जयनाराण व्यास विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ने सेंसरशिप का यह आदेश 17 मई, 2022 को जारी किया। इसमें सभी कर्मचारियों के प्रेस से सीधी बात करने या कोई जानकारी देने पर पाबंदी लगा दी गई। इस आदेश की पालना सुनिश्चित करने के लिए विश्वविद्यालय के सभी डीन, डायरेटक्टर, एचओडी तथा कंट्रोलिंग ऑफिसर को पाबंद किया गया।
सूचना पर पहरा
वाइस चांसलर के निर्देशानुसार रजिस्ट्रार की ओर से जारी किए गए इस फरमान के मुताबिक विश्वविद्यालय से संबंधित किसी मुद्दे पर कोई भी विवि कर्मचारी या अधिकारी प्रेस से सीधे बात नहीं कर सकेगा। जो भी जानकारी प्रेस तक पहुंचेगी, वह जनसंपर्क अधिकारी के जरिए ही जाएगी।
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मुझे जानकारी नहीं
इस सम्बन्ध में मुझे कोई जानकारी नहीं है। जानकारी करवाता हूं।
प्रो. के.एल.श्रीवास्तव, कुलपति, जयनारायण व्यास विवि
Source: Jodhpur