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जोधपुर।
बजरी माफिया (Bajari Mafia) में विवाद के चलते फायरिंग (Gun shot) और डम्पर-कैम्पर से कुचलने का प्रयास करने के आरोपी दो भाइयों के बाल काटकर (Hair cur of two brothers and walked) घूमाने के मामले में बुधवार को एक और कांस्टेबल सहित सात सिपाही (Constable send to line) लाइन हाजिर किए गए। बिश्नोई समाज (Bishnoi society’s Railly Adjourned) ने गुरुवार को प्रस्तावित रैली व जिला कलक्टर कार्यालय के बाहर धरना सात दिन के लिए स्थगित कर दिया।
बिश्नोई टाईगर फोर्स के प्रदेशाध्यक्ष रामपाल भवाद ने बताया कि गत 14 दिसम्बर को माता का थान सर्कल के पास दो पक्ष भिड़ गए थे। एक पक्ष ने फायरिंग तो दूसरे पक्ष ने डम्पर व कैम्पर से कुचलने का प्रयास किया था। माता का थान थाना पुलिस ने एक पक्ष से दो भाइयों को गिरफ्तार किया था। फिर दोनों के बाल काटकर पैदल घूमाया गया था।
इसको लेकर बिश्नोई समाज ने कड़ी आपत्ति जताई थी और पुलिस कमिश्नर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया था। दोषी पुलिसकर्मियों के निलंबन की मांग की गई थी। ऐसा न करने पर 29 दिसम्बर को समाज की ओर से जिला कलक्टर कार्यालय तक रैली व अनिश्चितकालीन धरने का आह्वान किया गया था।
पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ की अध्यक्षता में पुलिस अधिकारी और आरोपियों के परिजन व समाज के प्रतिनिधि मण्डल की दो दौर की वार्ता हुई। पुलिस कमिश्नर ने निष्पक्ष जांच व दोषी पाए जाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिलाया। माता का थान थाने के कांस्टेबल रिछपाल की भूमिका पाए जाने पर लाइन हाजिर करने के आदेश जारी किए गए। तब समाज ने सात दिन तक के लिए रैली व धरना स्थगित करने का निर्णय किया। सहायक पुलिस आयुक्त (पश्चिम) चक्रवर्तीसिंह समाज के परिवाद की जांच कर रहे हैं।
इन सिपाहियों को भी लाइन में भेजा
पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ की ओर से जारी आदेश के तहत झालामण्ड के नाका-3 पर पदस्थापित कांस्टेबल पूरणमल व वीरेन्द्र सिंह, मण्डोर थाने के कांस्टेबल गोविंदराम, मण्डोर के नाका-1 के कांस्टेबल मदनसिंह, माता का थान थाने के कांस्टेबल रिछपाल, मण्डोर चौकी के जयपाल और उदयमंदिर थाने के कांस्टेबल सुनील को लाइन हाजिर कर दिया गया। जिला विशेष टीम (डीएसटी) के प्रभारी सहित पांच जनों को पहले ही लाइन में भेज दिया गया था।

Source: Jodhpur

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