बाड़मेर. महिला अत्याचार रोकथाम व बच्चों में जागरूकता के लिए पुलिस, प्रशासन व स्वयंसेवी संस्थाओं का रविवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में साझा कार्यक्रम आयोजित हुआ।
इस दौरान स्कूल-कॉलेज कैंपस में कई सालों से तालों में बंद पेटिकाएं नियमित खोलने के साथ शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया। पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी स्वयं इसकी मॉनिटरिंग करेंगे।
बैठक में तय हुआ कि पुलिस प्रशासन एवं स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा आपस में निरंतर समन्वय स्थापित करते हुए महिलाओं एवं बच्चों के प्रति होने वाले अत्याचार, परेशानियां, शिकायत का आदान-प्रदान कर तुरन्त निस्तारण किया जाएगा। किसी भी समस्या का भयमुक्त होकर पुलिस को तत्काल जानकारी भी पहुंचाई जा सकती है।
शिकायत पेटिका खोलने की जिम्मेदारी तय
धारा संस्थान व वर्ड विजन संस्था पुलिस बाल सरंक्षण अधिकारी को तथा महिला मण्डल संस्थान बाड़मेर 250 महिला कांस्टेबल को व्यवहार बदलाव एवं क्षमतावद्र्धन को लेकर प्रशिक्षित करेंगे।
स्कूल-कॉलेज में लगी शिकायत पेटिकाओं के क्रियान्वयन के लिए अनीता सोनी व शोभा गौड़ को जिम्मेदारी सौंपी गई। बैठक में महेश पनपालिया, हरमीत खेहरा, उमा बिहारी, आदिल भाई, जमना बागोरा, खींयाराम, इमदाद खान नोहड़ी, पीरूखान, भोमाराम व श्योर संस्थान की लता कच्छवाह आदि मौजूद रही।
Source: Barmer News