अविनाश केवलिया/जोधपुर. प्रदेश का दूसरा अंतर्राष्ट्रीय स्तर का माना जाने वाला बरकतुल्लाह खां स्टेडियम तकनीक और सुविधाओं के लिहाज से 15 साल पिछड़ गया है। गत दिनों आइपीएल मैच की संभावनाएं तलाशने आए आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत ने यह बात कही थी। हकीकत यह है कि कुछ समय से यह स्टेडियम स्थानीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं के आयोजकों की पहुंच से भी दूर होता जा रहा है। स्टेडियम का विकास लम्बे समय से अवरुद्ध है। स्टेडियम के रखरखाव का जिम्मा जोधपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) के पास है।
वह इसके वार्षिक रखरखाव के नाम पर करीब 13 लाख रुपए खर्च करता है। लेकिन स्टेडियम की सुविधाओं को अपडेट नहीं किया जा सका। आइपीएल या अंतर्राष्ट्रीय मैच आयोजित नहीं होने की सबसे बड़ी वजह यही है। कुछ खेल प्रेमियों ने राष्ट्रपति दौरे से पहले स्टेडियम को स्थानीय स्तर पर खेल प्रतियोगिताओं के आयोजकों को आसानी से उपलब्ध करवाने की मांग को लेकर धरने की चेतावनी दी तो ये बातें सामने आई।
किराया 5 हजार घटाया
चार माह पहले स्टेडियम का एक दिन का किराया 20 हजार प्रतिदिन से घटाकर 15 हजार रुपए कर दिया। अब 2 घंटे के खेलकूद के लिए 4 हजार, 4 घंटे के लिए 6 हजार और क्रिकेट प्रतियोगिता के लिए 15 रुपए प्रतिदिन किराया तय किया गया है।
3 से 7 दिन तक सामान्य प्रतियोगिताएं
कोई भी समाज या संगठन खेल प्रतियोगिता करवाता है तो वह 3 दिन से लेकर 7 दिन तक चलती है। ऐसे में किराया खर्च 45 हजार से लेकर एक लाख के पार जाता है। इसी कारण अब ऐसे खेल प्रेमी स्टेडियम की बजाय अन्य स्थानों का रुख करने लगे हैं।
आज से धरना
स्टेडियम की किराया दरें घटाने की मांग को लेकर मोहल्ला सेवा समिति बाइजी का तालाब के सदस्य धरने पर बैठेंगे। इसमें कई खेल प्रेमियों ने सहयोग देने की बात कही है। सचिव राजेश बोराणा के अनुसार स्टेडियम को आमजन की पहुंच में लाने का प्रयास किया जा रहा है।
Source: Jodhpur