जोधपुर।
देश की नामचीन फाइनेंस कम्पनी (Finance Company) के मिलते-जुलते नाम से 50 प्रतिशत छूट के साथ 1 से 50 लाख रुपए तक ऋण दिलाने का झांसा (Fruad for loan) देकर आमजन से रुपए ऐंठे जा रहे हैं। नागौरी गेट की एक महिला से 26 हजार 500 रुपए ऐंठ (Fraud with a lady for loan) लिए गए। सरदारपुरा (Sardarpura) में आरटीआइ कार्यकर्ता (RTI activist) से भी ठगी का प्रयास किया गया। नागौरी गेट और सरदारपुरा थाने में धोखाधड़ी के अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं।
नागौरी गेट थानाधिकारी शेषकरण ने बताया कि नागौरी गेट में सत्संग भवन के पास निवासी गीता पत्नी मुकेश कुमार की शिकायत पर मोबाइल नम्बर और बैंक के खाता नम्बर के आधार पर 26,500 रुपए की धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि गत वर्ष एक समाचार पत्र (पत्रिका नहीं) में महिन्द्रा फाइनेंस के नाम से विज्ञापन प्रकाशित हुआ था। जिसमें 50 प्रतिशत छूट के साथ 1 से 50 लाख रुपए तक लोन दिलाने का झांसा दिया गया था। रुपए की आवश्यकता होने पर गीता ने विज्ञापन में प्रकाशित मोबाइल नम्बर पर सम्पर्क किया था। 14 अगस्त को महिला के व्हॉट्सऐप पर संदेश आया और आधार कार्ड व बैंक खाते की जानकारी मांगी। जो उसने भेज दिए। इसके बाद ठग ने महिला को ऋण स्वीकृत होने की जानकारी दी। साथ ही एक खाता नम्बर भेजा और 15 सौ रुपए जमा कराने का झांसा दिया। ताकि उस खाते में लोन की राशि जमा कराई जा सके।
14 अगस्त को महिला ने ई-मित्र के मार्फत 15 सौ रुपए यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में जगदीश कुमार के खाते में जमा करा दिए। दूसरे दिन ठग ने फिर कॉल कर 5 लाख रुपए का लोन स्वीकृत होने और 5-5 हजार रुपए की दो किस्तें अग्रिम जमा कराने को कहा। महिला ने नंदलाल व्यास से उधार लेकर राशि जमा करवा दी।
16 अगस्त को संदेश भेजकर इंश्योरेंस फाइल बनाने के लिए साढ़े नौ हजार रुपए जमा कराने का झांसा दिया। जो महिला ने जमा करा दिए। इसके बाद लोन के बदले बतौर कमीशन के पांच हजार रुपए और मांगे गए। यह राशि भी महिला ने जमा करवा दी थी। इस प्रकार उससे 26 हजार 500 रुपए ऐंठ लिए गए थे। इसके बाद ऋण राशि जमा न होने पर महिला ने कॉल किए, लेकिन ठगों ने उसके मोबाइल नम्बर ब्लैकलिस्ट में डाल दिए थे। महिला ने दूसरे नम्बर से कॉल किए तो ठगों ने ऋण देने से इनकार कर दिया था।
महिन्द्रा फाइनेंस के नाम का दुरुपयोग
उधर, सरदारपुरा निवासी आरटीआइ कार्यकर्ता नंदलाल व्यास ने भी नागौरी गेट थाने में महिला से ठगी करने वालों के खिलाफ एक अन्य मामला सरदारपुरा थाने में दर्ज कराया। आरोप है कि विज्ञापन के आधार पर उन्होंने ऋण के लिए मोबाइल नम्बर पर सम्पर्क किया था। उनसे आधार कार्ड व बैंक खाते की जानकारी ली गई। फिर लोन स्वीकृत होना बताकर जगदीश कुमार के खाते में 15 सौ रुपए जमा करवाने का झांसा दिया गया था। ठगों ने महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड का लेटर हेड भेज ऋण स्वीकृति की जानकारी दी थी। इस कम्पनी का कार्यालय चण्डीगढ़ में होने का उल्लेख किया गया था। जबकि वास्तविक महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड का ऑफिस मुम्बई के वरली में है। ठग गिरोह कम्पनी के मिलते-जुलते नाम से आमजन को भ्रम में डाल ठगी करने के प्रयास में हैं। ठग गिरोह के मंसूबों का पता होने से आरटीआइ कार्यकर्ता ने रुपए जमा नहीं कराए थे।
Source: Jodhpur