बालोतरा. नगर में विचरण करते बेसहारा पशु रहवासियों के लिए बड़ी परेशानी बने हुए हैं। इनके समूह में विचरण करने पर मार्ग से गुजरने को लेकर राहगीरों, वाहन चालकों को हर दिन दिक्कतें उठानी पड़ती है। जूठन खाने को लेकर इनके लड़ने, झगड़ने पर खड़े लोगों के लिए जान बचाना मुश्किल हो जाता है। इनके आपस में भीड़ते हुए खड़े वाहनों से टकराने पर लोगों को नुकसान उठाना पड़ता है। लंबे समय से यह स्थिति होने के बावजूद समाधान में उपखंड,नगर परिषद प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। इससे लोगों में रोष है।
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नगर में सैकड़ों की संख्या में विचरण कर रहे बेसहारा पशु आमजन के लिए मुसीबत का दूसरा नाम बने हुए हैं। हर महीने इनकी संख्या में होती बढ़ोतरी पर राहगीरों, वाहन चालकों के लिए बाजार से पैदल व वाहन लेकर गुजरना मुश्किल हो गया है। भोजन की तलाश में पूरे दिन बेसहारा पशु इधर से उधर घूमते हैं। सड़कों, गली, मोहल्लों, विचरण करते समय इन्हें सड़ी-गली सब्जी ,भोजन दिखाई देने पर खाने को लेकर यह इन पर टूट पड़ते हैं। इस पर खड़े लोगों की जान पर बन आती है। मुश्किल से वे जान बचा कर सुरक्षित स्थान कि शरण लेते हैं। वहीं थक हार के इनके सड़क पर बैठ सुस्ताने से यातायात व्यवस्था बाधित होती है। आवागमन को लेकर राहगीरों वाहन चालकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। कई बार रात्रि में नजर नहीं आने पर वाहन इनसे टकराते हैं। इससे चालक, सवार व यह स्वयं चोटिल होते हैं। इसके अलावा लड़ते, झगड़ते हुए जब यह खड़ी गाड़ियों पर गिरते हैं। तब इनके क्षतिग्रस्त होने से वाहन मालिकों को बेवजह आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। बीते दिनों में इनकी चपेट में आकर कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो चुकी है। लंबे समय से स्थिति बनी हुई है। लेकिन उपखंड व नगर परिषद प्रशासन समस्या के समाधान में रुचि नहीं ले रहा है। अधिकारियों के हाथ पर हाथ धरे बैठे रहने व बेसहारा पशु की धरपकड़ नहीं करने से आमजन में रोष है।
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व्यू- नगर में सैकड़ों की संख्या में बेसहारा पशु विचरण कर रहे हैं। मार्गों से वाहन लेकर गुर्जर ना तो दूर पैदल चलना मुश्किल हो गया है। कई वर्ष से यही स्थिति है। लेकिन प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है।
श्रीकांत सिंघल
बेसहारा पशु आमजन के लिए बड़ी मुसीबत बने हुए हैं। घर से बाहर पैदल घूमना मुश्किल हो गया है। इनके आपस में लड़ने झगड़ने पर जान बचाकर भागना पड़ता है। कुछ दिन पूर्व मेरी गाड़ी में गिरने पर इससे बड़ा नुकसान हुआ। मरम्मत पर हजारों रुपए खर्च हुए।
निखिल बजारी
आमजन की यह समस्या से मैं वाकिफ हूं। लेकिन आयुक्त का पद रिक्त होने से कार्य प्रभावित हो रहा है। आयुक्त की नियुक्ति पर समस्या का
समाधान किया जाएगा।
सुमित्रा जैन सभापति बालोतरा
Source: Barmer News