बाड़मेर जिले की सिणधरी पुलिस ने नकबजनी के एक मामले में आरोपी को गुजरात से दबोच लिया। आरोपी पिछले 15 महीनों से पुलिस को चकमा दे रहा था। वह राजस्थान से भागकर गुजरात पहुंच गया और पुलिस से बचने के लिए वहां पर मजदूरी करने लगा। पुलिस भी उसके लगातार पीछे पड़ी रही और आमसूचना के आधार पर उसे पकडऩे में कामयाब हुई।
नकबजनी के मामले में पुलिस ने आरोपी को पकडऩे के लिए विशेष टीम गठित की गई। टीम ने तकनीकी और अन्य जानकारियों के साथ आरोपी तक पहुंचने के प्रयास किए। इस दौरान मुखबिर की मदद भी ली गई। सिणधरी थानाधिकारी सुरेन्द्र कुमार नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने मंगलवा को पन्द्रह माह से फरार स्थायी वारण्टी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
थानाधिकारी सुरेंद्रकुमार ने बताया कि पुलिस थाना क्षेत्र के दाखा में स्थित किराने की दुकान में 18 अगस्त 2021 को एक गाड़ी में आए अज्ञात चोरों ने किराना का सामान, नकद रुपए और सीसीटीवी कैमरा चुराया था। दुकानदार प्रवीणसिंह से रिपोर्ट मिलने पर पुलिस ने मामला दर्ज कर अज्ञात नकबजनों की तलाश शुरू की। पुलिस ने विशेष टीम का गठन कर वारदात में शामिल आरोपियों को नामजद करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर माल बरामद किया। मुख्य आरोपी भाणा मगरा पुलिस थाना सिणधरी निवासी ओमप्रकाश पुत्र वीराराम विश्नोई गिरफ्तारी के भय से फरार हो गया था। इसके बाद वह गुजरात में मजदूरी करने लगा। पुलिस के कई बार आरोपी को गिरफ्तार करने करने के लिए प्रयास किए थे। न्यायालय की ओर से स्थायी वारंट घोषित करने पर आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए हैड कांस्टेबल कानाराम ने मुखबिर की सूचना पर उसकी पड़ताल करते हुए टीम के साथ गुजरात से आरोपी को दबोच लिया गया। पुलिस उससे मामले को लेकर पूछताछ कर रही है।
Source: Barmer News