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संदीप पुरोहित

स्काउट की जम्बूरी में सेवा के वचन दोहराए गए। केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री, राज्यपाल और राष्ट्रपति सहित सभी ने सेवा और शुचिता की बात की। पर व्यवहार में कुछ और ही चल रहा था। भ्रष्टाचार निरोधक विभाग के तुगलकी आदेश खूब चर्चा में था। भ्रष्टाचार के आरोपियों का नाम और फोटो उजागर नहीं करने के आदेश से पूरे राजस्थान में खलबली मची हुई थी। शुरू में सरकार की मंशा कुछ और नजर आ रही थी पर बढते दबाव ने कदम पीछे लेने को मजबूर कर दिया।

सियासत के पुराने खिलाड़ी गहलोत जनता की नब्ज समझ गए। उन्होंने जोधपुर में इसे स्पष्ट करते हुए कहा कि सरकार के अधिकारियों की इसके पीछे कोई दुर्भावना नहीं थी। इस विवाद का पटाक्षेप हुआ ही था कि मुख्यमंत्री ने अपने रिटायरमेंट नहीं लेने का बयान का तीर चलाकर फिर कांग्रेस की सियासत को गर्म कर दिया। उन्होंने हस्तशिल्प मेले के उद्घाटन के अवसर पर कहा कि वे रिटायरमेंट नहीं ले रहे हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अंतिम सांस तक सेवा करता रहेंगे। हालांकि कांग्रेस के किसी भी नेता ने इस पर कोई टीका टिप्पणी नहीं की है पर कांग्रेस की ड्रांइग रूम पॉलिटिक्स में उनका यह बयान खूब चर्चा में रहा है।

गहलोत के इस बयान ने जहां अपनी पार्टी के नेताओं को अप्रत्यक्ष तौर पर घेरा वहीं विपक्ष पर गहलोत जोरदार हमलावर रहे। उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष के पास झूठ बोलने के सिवाय कोई मुद्दा नहीं है। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा ने केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत को निशाने पर लिया। बोले, ‘बन्नाजी’ को किसी भी सूरत में लोकसभा में नहीं जाने देना है।

वहीं -केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत ने लूणी में जनआक्रोश रैली में सरकार को जमकर निशाने पर लिया था। नागौर-मकराना में हुई भाजपा की जन आक्रोश सभा में राजसमंद सांसद दीया कुमारी ने कहा कि इस राज में महिलाएं सुरक्षित नहीं रही। नेता पुत्र तक बलात्कार कर रहे। राजस्थान को रेपिस्टान बन गया है। भाजपा की जनाक्रोश रैली अब समाप्त हो चुकी है। वहीं कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा भी समाप्त हो गई है। अब मारवाड में दोनों ही पार्टियां के नेताओं की सांस में सांस आई है।

Source: Jodhpur

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