जोधपुर।
देश में राष्ट्रीय स्कूली खेलों का इंतजार खत्म हुआ। राष्ट्रीय स्तर पर स्कूली खेल प्रतिभाओं को आगे लाने के लिए कराई जाने वाली राष्ट्रीय स्कूली खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन का रास्ता साफ हो गया है। अब राष्ट्रीय खेलों का कैलेण्डर जारी होगा व स्कूली खिलाडि़यों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा। आखिरकार केन्द्रीय खेल मंत्रालय की दखलदांजी के बाद स्कूल गेम्स फैडरेशन ऑफ इंडिया (एसजीएफआई) में पिछले करीब 3 सालों से चल रहा विवाद खत्म हो गया है। हाल ही में, दिल्ली में स्कूली खेलों के संचालन के लिए नई कार्यकारिणी का गठन किया गया है। जिसका अध्यक्ष उत्तर प्रदेश के दीपककुमार को चुना गया है। नई कार्यकारिणी ने आगामी 1 अप्रेल से देश में नेशनल गेम्स संचालित कराने के संकेत दिए है।
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गेम्स नहीं होने से खिलाडि़यों को हो रहा था नुकसान
राष्ट्रीय स्तर पर स्कूली खेलों की गतिविधियां कराने वाली स्कूल गेम्स फैडरेशन ऑफ इंडिया (एसजीएफआई) का संचालन नहीं होने का खमियाजा देश के लाखों स्कूली खिलाड़ी भुगत रहे थे। जिसमें राजस्थान के भी हजारों खिलाड़ी शामिल है। 2 वर्ष कोरोना काल में खिलाडि़यों को राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं खेलने का मौका नहीं मिला, जबकि इससे पहले वर्ष 2019 में अधिकांश राज्यों में स्कूली खेलों की राज्य स्तर की प्रतियोगिताएं आयोजित करवा दी गई थी। लेकिन एसजीएफआई के दो गुटों की आपसी खींचतान के कारण नेशनल स्कूली टूर्नामेंट नहीं हो पाए।
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राजस्थान से हजारों खिलाड़ी भाग लेते है
राष्ट्रीय स्तर के इस टूर्नामेंट में प्रदेश से हजारों खिलाड़ी 14, 17 व 19 आयु वर्ग में एसजीएफआई में खेलने के लिए भाग लेते है। पिछले करीब तीन सालों से यह टूर्नामेंट नहीं होने से कई खिलाड़ी ओवरएज भी हो गए व उनको नेशनल गेम्स में खेलने का सपना धूमिल हो गया।
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खिलाडि़यों को आगे बढ़ने का मिलेगा मौका
संगठन की ओर से प्रधानमंत्री और खेल मंत्री को पत्र लिखकर एसजीएफआई के झगड़े को खत्म कर नेशनल स्कूली गेम्स करवाने की मांग की गई थी। खेल मंत्रालय ने हस्तक्षेप कर एसजीएफआई की नई कार्यकारिणी का गठन किया है, इससेसमय पर नेशनल गेम्स होंगे व खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा।
हापूराम चौधरी, प्रदेशाध्यक्ष
राजस्थान शारीरिक शिक्षक संघ
Source: Jodhpur