राजेन्द्र सिंह देणोक
जोधपुर. राजस्थान के रेतीले धोरों से लेकर बर्फ से ढकी हमारी कश्मीर की पहाडि़यों की सुरक्षा में अब सेंधमारी दुश्मन के बूते के बहार हो जाएगी। दुश्मन पर कहर ढहाने की क्षमता रखने वाला स्वदेश में विकसित हल्का लड़ाकू हेलिकॉप्टर (एलसीएच) ‘प्रचंड’ आने वाले समय में भारतीय सशस्त्र बलों की ताकत दुगूनी करने जा रहा है। एलसीएच की पहली खेप वायुसेना को मिल चुकी है। पिछले साल 15 एलसीएच के खरीद की मंजूरी मिली थी। जल्द ही इनकी संख्या 160 तक होने वाली है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इसका संकेत भी दिया हैं। भारतीय सेनाओं को मजबूत और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में प्रचंड मिल का पत्थर साबित होगा।
मजबूत होगा पश्चिय मोर्चा, जोधपुर में पहली स्कवाड्रन
सामरिक दृष्टि से देश के महत्वपूर्ण एयरबेस में से एक है जोधपुर। हल्के लड़ाके हेलिकॉप्टर की पहली स्क्वाड्रन साढ़े चार माह पूर्व जोधपुर में तैनात की गई है। पिछले साल अक्टूबर माह में रक्षा मंत्री राजनाथसिंह ने एलसीएच को वायुसेना बेड़े में शामिल किया था। इसे प्रचंड नाम दिया गया। वायुसेना के बेड़े में 10 एलसीएच होंगे। 5 एलसीएच थल सेना के पास रहेंगे। आने वाले समय में इनकी संख्या बढ़ जाएगी। इससे पश्चिम मोर्चा और मजबूत हो जाएगा। साथ ही सभी सशस्त्र बलों में इसकी मौजूदगी सुरक्षा को अभेद बनाएगी। एलसीएच को सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम ‘हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड’ (एचएएल) ने विकसित किया है।
क्यों अहम प्रचंड’
-भारत के हर भौगोलिक क्षेत्र और मौसम में दुश्मन को धूल चटाने की खूबी है।-हवा से हवा में दागी जाने वाली मिसाइल और रॉकेट प्रणाली से लैस है।
– अत्यधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में दुश्मन के टैंक, बंकर, ड्रोन और अन्य सैन्य उपकरणों को नष्ट करने में सक्षम है।-रात और दिन तथा किसी भी मौसम में ऑपरेशन के काबिल है।
-यह लक्ष्य पर सटीक निशाना लगाने में सक्षम है।
-रडार से बचने की खूबी है।- बख्तरबंद सुरक्षा प्रणाली से लैस और रात को हमला करने व आपात स्थिति में सुरक्षित उतरने की क्षमता भी हैं।
यों बढ़ते आत्मनिर्भरता के कदम
-बैंगलूरू में आयोजित 14वें एयरो इंडिया में 201 एमओयू, 53 प्रमुख घोषणाओं, नौ उत्पादों का शुभारंभ और तीन प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण सहित 80,000 करोड़ रुपए सहित 266 साझेदारियां हुईं।-हेलीकॉप्टर इंजनों के डिजाइन, विकास, निर्माण और आजीवन समर्थन के लिए संयुक्त उद्यम के गठन के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड और फ्रांस के सफरन हेलीकॉप्टर इंजन के बीच वर्क शेयर के लिए एमओयू।
-वित्तीय वर्ष (एफ़वाई) 2023-24 में रक्षा पूंजी खरीद बजट का रिकॉर्ड 75 प्रतिशत (लगभग एक लाख करोड़ रुपये) हिस्सा घरेलू उद्योग के लिए निर्धारित किया गया।- वित्त वर्ष 2023-24 में, रक्षा मंत्रालय (एमओडी) को कुल 5.94 लाख करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है, जो कि कुल बजट का 13.18 प्रतिशत (45.03 लाख करोड़ रुपए) है।
– आधुनिकीकरण और बुनियादी ढांचे के विकास से संबंधित पूंजी परिव्यय को बढ़ाकर 1.63 लाख करोड़ रुपए किया गया।
Source: Jodhpur