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दिलीप दवे बाड़मेर. पिछले सत्र में प्रदेश सरकार ने 275 से अधिक नामांकन वाले उच्च माध्यमिक विद्यालयों व पीईईओ कार्यालयों के विद्यालयों में 12421 वाइस प्रिंसिपल के पद स्वीकृत किए। वहीं 10 हजार से अधिक व्याख्याताओ को पदोन्नत करके वाइस प्रिंसिपल लगाने का निर्णय भी कर लिया लेकिन इसमें प्रदेश के 134 विवेकानंद मॉडल स्कूलों की उपेक्षा की गई है। तय मापदंड पूरा करने के बावजूद यहां वाइस प्रिंसिपल का पद ही स्वीकृत नहीं किया।
प्रदेश में 134 मॉडल स्कूलों का संचालन हो रहा है। इनमें कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थी अध्ययनरत है। इन सभी मॉडल स्कूलों में 275 से अधिक का नामांकन है, ऐसे में सरकार के नियमानुसार यहां वाइस प्रिंसिपल का पद स्वीकृत होना चाहिए, नामांकन की शर्त पूरी करने के बावजूद भी यहां उक्त पद स्वीकृत नहीं किया गया है। ऐसे में इन विद्यालयों को वाइस प्रिंसिपल का पद नहीं मिला है।
वाइस प्रिंसिपल के पदों की वर्तमान स्थिति- प्रदेश में वर्तमान में वाइस प्रिंसिपल के 12472 पद
स्वीकृत है जिसमें से 2272 कार्यरत हैं। रिक्त पदों की तादाद 10200 है। वहीं, हाल ही सरकार ने व्याख्याताओं से वाइस प्रिंसिपल पद की डीपीसी की स्वीकृति दी है जिस पर 10096 वाइस प्रिंसिपल मिलेंगे।
मॉडल स्कूलों में भी मिले वाइस प्रिंसिपल
“प्रदेश के 134 मॉडल स्कूलों में भी वाइस प्रिंसिपल के पद सृजित किए जाने चाहिए। 275 से अधिक नामांकन होने के बावजूद स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल में पद स्वीकृत नहीं करना गलत है।”- बसंतकुमार जाणी, जिलाध्यक्ष, राजस्थान वरिष्ठ शिक्षक संघ,रेस्टा
मॉडल स्कूलों में भी समान नियम हो लागू- प्रदेश के सभी सरकारी विद्यालयों में समान नियम लागू होना चाहिए। मॉडल स्कूलों में भी वाइस प्रिंसिपल का पद स्वीकृत हो।- भंवरसिंह करनोत अराबा, शिक्षक नेता

Source: Barmer News

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